भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने भोपाल (Bhopal) के मिंटो हॉल (Minto Hall) में आयोजित महिला स्व सहायता समूह क्रेडिट कैंप (Women’s Self Help Group Credit Camp) कार्यक्रम को संबोधित किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने महिला स्व सहायता समूह (Women’s Self Help Group) से अपील की है। उन्होंने कहा कि काम के लिए बाहर जाने वाली बच्चियों का रजिस्ट्रेशन (Registration) कराया जाएगा, जिसकी जिम्मेदारी आप लोगों को निभानी है। मध्य प्रदेश से करीब तीन हजार से अधिक बच्चियां गायब हुई है, जिसे लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chauhan) ने गंभीर चिंता जताई है। प्रदेश से गायब हुई बच्चियों को ढूंढने की जिम्मेदारी अधिकारियों को सौंपी गई है। यह पूरी जानकारी मुख्यमंत्री ने मिंटो हॉल में आयोजित महिला स्व सहायता समूह क्रेडिट कैंप के कार्यक्रम में दिया है।
काम के लिए बाहर जाने पर बेटियों का होगा रजिस्ट्रेशन
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chauhan) ने कहा कि ‘गांव से बाहर काम करने के लिए जा रही बेटियों की सुरक्षा के लिए हम एक अभियान चलाने जा रहे हैं। बेटियाँ कहाँ काम करने जा रही हैं, इसका रजिस्ट्रेशन किया जाएगा। बेटियाँ कहाँ काम कर रही हैं, इस पर नज़र रखी जाएगी।’
बेटियों के गायब होने पर जताई चिंता
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में कहा कि ‘जब मैंने समीक्षा किया तो हैरत में रह गया। कई बेटियां गायब है बेटियां, काम धंधे के लिए ले जाते है बेटियों को और फिर गायब हो जाती है। जिसका कुछ पता नहीं चला है। अभी लगातार जब मैंने समीक्षा की तो पता चला कि लगभग 3 हजार बेटियां प्रदेश से गायब है। कहां गई ये बेटियां, किस हालत में है ये बेटियां, कहां है ये बेटियां। मैंने पुलिस को टारगेट दिया है, जहां भी है उन्हें लेकर आओ। आगे उन्होंने कहा कि मासूम बेटियों के साथ गलत हरकत करने वालों को फांसी पर लटका दिया जाना चाहिए। इस दौरान उन्होंने कहा कि काम के नाम पर बाहर लेकर चले जाते हैं और उनसे झाड़ू-पोछा करवा कर गायब करा देते हैं, उन्हें मैं छोडूंगा नहीं।’
सीएम ने स्व सहायता समूह की महिलाओं से की अपील
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chauhan) ने स्व सहायता समूह की महिलाओं (Women’s Self Help Group) से अपील की है। उन्होंने कहा कि बेटियों के बाहर जाने पर उनकी जिम्मेदारी मैं आप लोगों को देता हूं। साथ ही पुलिस प्रशासन को देता हूं। अगर अब कोई भी बेटी काम धंधे के लिए बाहर जाती है तो पहले बकायदा रजिस्ट्रेशन की एक व्यवस्था बनाई जाएगी। जिसमें बेटियां कहां जाएगी यह पता पहले रजिस्टर करवाना पड़ेगा। बेटी के पास नंबर रहेगा जिससे कोई आफत या मुसीबत आने पर तत्काल फोन कर सकेगी। इसके साथ ही वह कहां गई इस पर भी नजर रखी जाएगी। जिससे सरकार उनकी मदद कर सकें।
गाँव से बाहर काम करने के लिए जा रही बेटियों की सुरक्षा के लिए हम एक अभियान चलाने जा रहे हैं।
बेटियाँ कहाँ काम करने जा रही हैं, इसका रजिस्ट्रेशन किया जाएगा। बेटियाँ कहाँ काम कर रही हैं, इस पर नज़र रखी जाएगी। pic.twitter.com/M3XlIsNz9n
— Shivraj Singh Chouhan (मोदी का परिवार ) (@ChouhanShivraj) January 8, 2021
बेटियों की सुरक्षा के लिए शुरू होगा अभियान
मीडिया से मुखातिब होते हुए सीएम शिवराज ने कहा कि ‘हम बेटियों की सुरक्षा के लिए एक अभियान चलाने जा रहे हैं। दूसरे शहरों में काम करने जाने वाली बेटियों को कोई समस्या आने पर तुरंत मदद मिल सके, ऐसी व्यवस्था हम बना रहे हैं।’
महिला समूहों को दी जाएगी सहायता राशि
सीएम ने बताया कि इस साल महिला स्व सहायता समूह (Women’s Self Help Group) को 1400 करोड़ रुपए की राशि बैंक लिंकेज के जरिए दिया जाएगा। जिसमें से दो सौ करोड़ रुपए की राशि सीएम ने सहायता समूह को दिए है। कार्यक्रम के दौरान सीएम ने आजीविका मार्ट (Livelihood mart) का भी उद्घाटन किया। जहां मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पोर्टल (Livelihood mart) के जरिए से महिला स्व सहायता समूह (Women’s Self Help Group) के प्रोडक्ट को पूरे देश और विदेश तक विक्रय किया जाएगा। इसके पहले सरकार द्वारा आवश्यक ट्रेनिंग (Training) और ब्रांडिंग (Branding) का काम किया जाएगा।
काम के लिए कुछ लोग बेटियों को गाँव से दूसरे शहर ले जाते हैं। कुछ दिनों बाद कई बेटियाँ गायब हो जाती हैं।
हम बेटियों की सुरक्षा के लिए एक अभियान चलाने जा रहे हैं। दूसरे शहरों में काम करने जाने वाली बेटियों को कोई समस्या आने पर तुरंत मदद मिल सके, ऐसी व्यवस्था हम बना रहे हैं। pic.twitter.com/LDrSs1T8IK
— Shivraj Singh Chouhan (मोदी का परिवार ) (@ChouhanShivraj) January 8, 2021
सीएम ने महिला समूह से कही ये बातें
- सीएम ने कहा कि आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश बनाने के लिए महिला स्व सहायता समूह के जरिए प्रदेश से हम गरीबी मिटायेंगे।
- पोषण आहार का काम भी महिला समूहों को सौंपा जाएगा।
- सरकार ने निर्णय लिया है कि टेक होम राशन का काम भी महिला सहायता समूहों के माध्यम से किया जाएगा। जिसके लिए 7 में से 5 कारखाने बन गए है।
- इन कारखानों का संचालन भी स्व सहायता समूह की महिलाएं करेंगी।
- चिटफंड कंपनियों पर भी सहायता समूह की महिलाएं नजर रखेंगी।
- महिला स्व सहायता समूह को गांव की गरीबी दूर करने के लिए मजबूत करने का काम किया जाएगा।