Pariksha Pe Charcha 2025 : छात्रों के साथ ‘परीक्षा पे चर्चा’ में पीएम मोदी ने दिए अहम टिप्स, एग्ज़ाम प्रेशर, स्ट्रेस, टाइम मैनेजमेंट सहित कई विषयों पर की बात

मोदी सर की क्लास में आज स्टूडेंट्स ने कई महत्वपूर्ण सबक सीखे। बच्चों के साथ बात करते हुए प्रधानमंत्री ने बहुत सहज-सरल अंदाज़ में उन्हें जीवन की बड़ी और अहम बातें बताई। इस मौके पर छात्र-छात्राओं ने उनसे सवाल पूछे, अपने मन की बातें शेयर की और ये भी बताया कि उन्हें स्कूल और घर में किस तरह के प्रेशर और अपेक्षाओं से गुजरना पड़ता है। साथ ही, अपनी हॉबी और दोस्तों को लेकर भी बात की। इस कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने बच्चों को पढ़ाई के अलावा स्वास्थ्य, पर्यावरण और प्रकृति जैसे कई अन्य मुद्दों पर भी जागरूक करने की समझाइश दी।  

Shruty Kushwaha
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Pariksha Pe Charcha 2025 : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 10 फरवरी को स्कूली बच्चों के साथ ‘परीक्षा पे चर्चा’ की। दिल्ली के भारत मंडपम में ‘परीक्षा पे चर्चा’ के आठवें संस्करण की शुरुआत सुबह 11 बजे हुई और इस दौरान उन्होंने छात्रों के साथ संवाद किया। इस कार्यक्रम में उन्होंने छात्रों को परीक्षा की तैयारी, तनाव प्रबंधन और जीवन में सफलता के लिए महत्वपूर्ण सुझाव साझा किए। प्रधानमंत्री ने छात्रों के साथ हंसी मजाक करते हुए दोस्ताना लहजे में बात की और उनके प्रश्नों के उत्तर भी दिए।

छात्रों के सवालों के जवाब देते हुए, उनसे बात करते हुए पीएम मोदी ने सबसे पहले संतुलित आहार और पर्याप्त नींद के महत्व के बारे में बताया और कहा कि ये चीजें शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है। इसी के साथ उन्होने नियमित रूप से सूर्य स्नान करने यानी सूर्य की रोशनी में कुछ समय बिताने और गहरी सांस लेने के महत्व के बारे में भी बताया। इस दौरान बच्चों ने अपनी रुचियों के बारे में भी बात की। किसी ने कविता सुनाई तो किसी ने बताया कि डांस उन्हें कितना रिलेक्स करता है।

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Pariksha Pe Charcha : पीएम मोदी ने स्टूडेंट्स को दिए महत्वपूर्ण टिप्स

‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पढ़ाई, परीक्षा के स्ट्रेस, टाइम मैनेजमेंट, पढ़ाई के प्रेशर, फेलियर के भय, सफलता और विफलता सहित कई मुद्दों पर छात्रों से बात की और उनके सवालों के जवाब दिए। एक छात्र ने जब उनसे लीडरशिप को लेकर सवाल किया तो प्रधानमंत्री ने कहा कि नेतृत्व थोपा नहीं जा सकता, यह आपके व्यवहार और टीमवर्क के माध्यम से अर्जित होता है। उन्होंने भरोसे को लीडरशिप की सबसे बड़ी ताकत बताया।

‘क्रिकेट’ के उदाहरण से समझाया एकाग्रता का महत्व 

प्रधानमंत्री ने कहा कि जीवन सिर्फ परीक्षाएं नहीं है..जीवन को समग्रता में देखना चाहिए। परीक्षा के तनाव को कम करने के लिए पीएम मोदी ने क्रिकेट का उदाहरण देते हुए कहा कि जैसे बल्लेबाज दर्शकों की अपेक्षाओं के बावजूद अपने खेल पर ध्यान केंद्रित करता है, वैसे ही छात्रों को भी दूसरों की अपेक्षाओं का बोझ न लेकर अपनी तैयारी पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि क्रिकेट स्टेडियम में मैच के दौरान दर्शकों के तरफ से चौका-सिक्सर सहित कई आवाजें आती हैं..लेकिन क्रिकेटर अपना ध्यान उन आवाज़ों पर नहीं बल्कि खेल पर केंद्रित करता है। अगर वो इन बातों का प्रेशर ले लेगा तो आउट हो जाएगा, इसीलिए वो सिर्फ अपने खेल पर ध्यान केंद्रित रखता है। इसी तरह छात्रों को भी अपना ध्यान अपने लक्ष्य पर रखना चाहिए।

‘परीक्षा पे चर्चा’ में टाइम मैनेजमेंट की अहमियत बताई

पीएम मोदी ने छात्रों को टाइम मैनेजमेंट का महत्व के बारे में बताया। समय प्रबंधन के महत्व पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि हर किसी के पास दिन के 24 घंटे होते हैं, लेकिन फर्क इस बात से पड़ता है कि हम इनका उपयोग कैसे करते हैं। कोई इन्हें व्यर्थ की बातों में गंवा देता है, तो कोई अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करके मेहनत करता है। उन्होंने कहा कि हमें अपने समय का अधिकतम सदुपयोग करना चाहिए। प्रधानमंत्री ने छात्रों को सुझाव दिया कि वे एक लिस्ट बनाएं, जिसमें अगले दिन किए जाने वाले कामों के बारे लिखें। और फिर दिन के अंत में मूल्यांकन करें कि कितने काम पूरे हुए। उन्होंने यह भी कहा कि अक्सर हम अपने पसंदीदा विषय पर अधिक समय लगाते हैं, लेकिन सभी विषयों को समान रूप से समय देना जरूरी है। किसी भी विषय से घबराने के बजाय उसे समझने का प्रयास करना चाहिए।

उदाहरण के ज़रिए छात्रों को बताई प्रेरणादायक बातें

प्रधानमंत्री मोदी ने एक प्रेरणादायक किस्सा सुनाते हुए कहा कि मुझे याद है, अहमदाबाद में एक बार मैं एक बच्चे से मिला था। उसके माता-पिता ने मुझे एक चिट्ठी लिखी थी जिसमें उन्होंने शिकायत की थी कि स्कूल उस छात्र को निकालने वाला है क्योंकि वह कक्षा में ध्यान नहीं देता था। लेकिन कहानी ने दिलचस्प मोड़ तब लिया जब उसी स्कूल में अटल टिंकरिंग लैब शुरू हुई। वह बच्चा पढ़ाई में भले ही कम ध्यान देता था, लेकिन उसे प्रयोग करना पसंद था। उसने अपना ज्यादातर समय लैब में बिताना शुरू कर दिया। कुछ समय बाद, जब स्कूल में रोबोटिक्स प्रतियोगिता हुई, तो वही बच्चा जिसने कभी “ध्यान नहीं दिया,” स्कूल के लिए पहला स्थान जीत लाया।

पर्यावरण और प्रकृति के प्रति जागरूक रहने का संदेश

इसी के साथ प्रधानमंत्री मोदी ने छात्रों से पर्यावरण को लेकर जागरूक रहने की शिक्षा भी दी। उन्होंने कहा कि हमने एक पेड़ मां के नाम लगाया है और हर किसी को अपनी मां के नाम पर एक पेड़ लगाना चाहिए। इससे हम प्रकृति से भावात्मक रूप से जुड़ेंगे और प्रकृति की रक्षा होगी। इस अवसर पर छात्रों ने पेड़ भी रोपे। इस बार की ‘परीक्षा पे चर्चा’ कई मायनों में खास रही क्योंकि इस आठवें संस्करण में बॉलीवुड अभिनेत्री दीपिका पादुकोण, भूमि पेडनेकर, अभिनेता विक्रांत मैसी, छह बार की विश्व चैंपियन मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम और प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरु सद्गुरु जैसी दिग्गज हस्तियां भी शामिल हुए। इन्होंने अपने अनुभव साझा किए और छात्रों को प्रेरित करने के लिए अपनी यात्रा और चुनौतियों की कहानियां भी बताई।


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Shruty Kushwaha

Shruty Kushwaha

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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