PP Sir : सात जन्मों का साथ और 5,6,7 का दुर्योग, एक ही तारीख पर थमा सफर

PP Sir Merged in Panchtatva : पत्रकारों की पूरी पीढ़ी को आकार देने वाले पुष्पेंद्र पाल सिंह, जो पीपी सर के नाम से मशहूर है..इस फानी दुनिया को अलविदा कह चुके हैं। मंगलवार को उनका शरीर पंचतत्व में विलीन हो गया। वो अपने पीछे बुजुर्ग माता पिता और दो युवा बच्चों को छोड़ गए हैं। लेकिन उनका परिवार इससे कई बड़ा था। उनके परिवार में हजारों युवा शामिल हैं जिनमें से कई ऊंचे पदों पर आसीन है, कई पढ़ रहे हैं। इसके साथ जाने कितने लोग हैं जो किसी न किसी रूप में पीपी सर से जुड़े रहे।

PP Sir : सात जन्मों का साथ और 5,6,7 का दुर्योग, एक ही तारीख पर थमा सफर


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।