ग्वालियर। ग्वालियर में चुनावी सभा को सम्बोधित करने आये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निशाने पर कांग्रेस रही। उन्होंने कमलनाथ,ज्योतिरादित्य सिंधिया और राहुल गांधी का नाम लिए बगैर उनपर जमकर हमले किये। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार में मध्यप्रदेश की पहचान बीमारू राज्य की थी लेकिन अब ये बदल गई है। उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि कांग्रेस की सरकार के 55 साल और हमारी सरकार के 15 सालों की तुलना कर लीजिये किसने कितना दिया मालूम चल जायेगा।
ग्वालियर के मेला मैदान में लगभग चुनावी सभा में एक लाख की मौजूदगी में प्रधामनंत्री का स्वागत 200 कमल के फूलों से बनी माला से किया गया। सम्बोधन से पहले पधानमंत्री में मंच पर मौजूद ग्वालियर,दतिया,भिंड और मुरैना से आये 20 प्रत्याशियों का एक एक का परिचय कराया। उसके बाद उन्होंने अपना सम्बोधन शुरू किया। मध्यप्रदेश का नया मतलब बताते हुए मोदी ने कहा कि पहले एमपी मतलब बीमारू राज्य था और अब एमपी मतलब मैक्सिमम प्रोग्रेस। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने देश को खोखला कर दिया। हमारा नारा है विकास और उनका नारा है बंटवारा।
पीएम मोदी ने रानी लक्ष्मी बाई, तात्या टोपे, रामप्रसाद बिस्मिल, राजमाता सिंधिया,कुशाभाऊ ठाकरे, अटल बिहारी वाजपेयी को याद करते हुए हुए कहा कि ग्वालियर की धरती त्याग, तपस्या, बलिदान और शौर्य की धरती है मैं इसे नमन करने आया हूँ। उन्होंने सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम लिए बगैर कहा कि मैं सिंधिया परिवार के उन लोगों से पूछना चाहता हूँ जो अभी कांग्रेस में हैं कि आपातकाल में कांग्रेस की सरकार ने राजमाता साहब को 19 महीने क्यों जेल में बंद रखा। उन्होने कहा कि परम्परा रही है मैं नहीं तो कोई नहीं। पीएम ने कहा कि कांग्रेस एक परिवार के लिए जीती है एक ही परिवार के लिए जूझती है और एक ही परिवार के लिए देश को दांव पर भी लगा देती है लेकिन क्या आप देश का भविष्य ऐसे हाथ में सौंपेंगे , इसलिए आज यहीं से संकल्प लें कि कांग्रेस को हिन्दुस्तान में कहीं भी पैर नहीं रखने देंगे।
प्रधानमंत्री ने चुनौती देते हुए कांग्रेस से कहा कि आपकी सरकारों के 55 साल और हमारी सरकार के 15 साल को तौल कर देख लीजिये किसने कितना दिया। पीएम ने केंद्र और मध्यप्रदेश सरकार की कल्याणकारी योजनाएं गिनाते हुए कहा कि अब कांग्रेस का ह का झूठ नहीं चलने वाला। सुना है कांग्रेस के नेता आठ अलग अलग जगह अलग अलग बात करते हैं लेकिन वो छिंदवाड़ा में कुछ कहें और ग्वालियर में कुछ जनता को सब पता चल जाता है। राहुल गांधी का नाम लिए बिना मोदी ने कहा कि जिस पार्टी का मुखिया प्रदेश के मुख्यमंत्री का नाम तय नहीं कर सकता वो क्या देश के लोगों का भविष्य तय करेंगे. उन्होंने चुनौती दी कि हिम्मत है तो नाम घोषित कर दिखाएँ। प्रधानमंत्री कहा कि कांग्रेस नौजवानों को उकसा रही है जबकि हमारा नारा है बालक बालिकाओं को पढाई , नौजवानों को कमाई , किसानों को सिंचा बुजुर्गों को दवाई।
प्रधानमंत्री के भाषण से पहले केंद्रीय मंत्री औरग्वालियर सांसद नरेंद्र सिंह तोमर ने स्वागत भाषण दिया और प्रधानमंत्री की मौजूदगी को सौभाग्यशाली बताया। उन्होंने कहा कि आपके कुशल नेतृत्व में भारत आज दुनिया में बहुत ऊंचाई पर है। शिवराज सरकार की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि यह आपके सहयोग के बिना संभव नहीं था। मंच पर भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा, प्रदेश की नगरीय विकास और आवास मंत्री माया सिंह, महापौर विवेक नारायण शेजवलकर , वरिष्ठ नेता बंसीलाल सहित कई नेता मौजूद थे।
तोमर की जुबान फिसली
अपने स्वागत भाषण में ग्वालियर सांसद और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर स्लिप ऑफ टंग के शिकार हो गए उन्होंने भाषण में तीन से चार बार पीएम को सीएम कहकर सम्बोधित किया।
पीएम नाम लेना भूले
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 प्रत्याशियों को मंच पर बुलाकर जनता से आशीर्वाद दिलवाया। मोदी नाम लेते जा रहे थे और प्रत्याशी कमल के फूल का पोस्टर लेकर आ इस दौरान ते जा रहे थे। पीएम अनूप मिश्रा सहित तीन प्रत्याशियों का नाम नहीं लिया , वे अपनी बारी का इंतजार करते रहे। लेकिन नरेंद्र सिंह तोमर तत्काल मोदी के पास गए और उनसे कहा कि आपने तीन प्रत्याशियों का नाम नही लिया है , तो प्रधानमंत्री ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए अनूप मिश्रा सहित तीनो प्रत्याशियों को मंच पर बुलाया लेकिन उनका नाम नहीं लिया।