MPPSC 2021: राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा के अब इस लेखांश पर उठे सवाल, भड़की कांग्रेस

Pooja Khodani
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MPPSC Recruitment 2023

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। MPPSC 2021: मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित राज्य सेवा एवं वन सेवा प्रारंभिक परीक्षा- 2021 (State Service and Forest Service Preliminary Examination- 2021) पर फिर अपडेट सामने आया है।  कश्मीर को लेकर पूछे गए विवादित प्रश्न पर मचे बवाल के बाद अब गांधीजी पर पूछे गए लेखांश पर भी सवाल उठने लगे है। इसमें 60 आवारा कुत्तों को मारने के कृत्य को गांधीजी ने उचित बताया की बात कहीं गई है।

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दरअसल, मप्र लोक सेवा आयोग (एमपीपीएससी) द्वारा 19 जून रविवार को हुई राज्य सेवा एवं वन सेवा प्रारंभिक परीक्षा- 2021 में कश्मीर को लेकर पूछे गए विवादित सवाल के बाद अब गांधीजी पर पूछे गए लेखांश पर विवाद की स्थिति बन गई।लेखांश में पूछा गया कि एक मिल मालिक ने 60 आवारा कुत्तों को मार डाला, पर बाद में पश्चाताप की अनुभूति कर गांधीजी से भेंट की। जिन्होंने उसके इस कृत्य को अंततोगत्वा उचित प्रतिपादित किया। लेखांश पर उम्मीदवारों के साथ साथ कांग्रेस ने भी आपत्ति जताई है।

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इससे पहले MPPSC की प्रारंभिक परीक्षा के दूसरे पेपर में कश्मीर को लेकर विवादस्पद प्रश्न पूछा गया था कि क्या भारत को कश्मीर को पाकिस्तान को दे देने का निर्णय कर लेना चाहिए ?सवाल के जवाब में दो तर्क दिए गए थे। पहला हां, इससे भारत का बहुत सा धन बचेगा। दूसरा नहीं, ऐसे निर्णय से इसी तरह की और भी मांगे बढ़ जाएंगी।छात्रों को प्रश्नों के उत्तर देने के लिए तर्क भी दिए गए थे, जिसके आधार पर उन्हें अपने उत्तर विकल्पों का चयन करना था। हालांकि मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के निर्देश के बाद आयोग ने पेपर बनाने वाले दोनों लोगों को नोटिस जारी किया और कार्रवाई के लिए शिक्षा विभाग को चिट्ठी लिखी थी।इसके बाद प्रश्न को विलोपित कर दिया गया है। बुधवार को प्रोविजनल आंसर की जारी की जाएगी। इसके बाद इस पर आपत्तियां आएंगी।

इस लेखांश पर उठे सवाल

एक मिल मालिक ने 60 आवारा कुत्तों को मार डाला परंतु बाद में पश्चाताप की अनुभूति कर गाँधीजी से भेंट की, जिन्होंने उसके इस कृत्य को अंततोगत्वा उचित प्रतिपादित किया। जिससे विवाद की स्थिति उत्पन्न हुई, ‘अहिंसा’ की प्रतिमूर्ति ने स्वयं इस हिंसा को उचित ठहराया था। सभी प्रकार के जीवित प्राणियों का संरक्षण एवं सम्मान किया जाना चाहिए और उन पर किसी भी प्रकार की हिंसा कि चेष्टा न कि जाकर ही वास्तव में अहिंसा की अवधारणा की नींव का निर्माण करती है। गाँधीजी के द्वारा मिल मालिक के इस हिंसक कृत्य को अहिंसा की वास्तविक व्याख्या के परिप्रेक्ष्य में समझा जा सकता है। उन्होंने सोचा कि उनके इस कार्य से कुत्तों को घोर उपेक्षा की क्रूर स्थिति से गुजरने से भी रोका।

56. निम्न में से कौन- -सा कथन उपर्युक्त अंश से अनुमानित किया जा सकता है ?
(A) आवारा कुत्तों को अंधाधुंध मारा जाना चाहिए
(B) सभी आवारा कुत्तों को जान से मारना अवैध है
(C) हत्या करना कुत्ते की आबादी को सीमित करने के लिए एकमात्र राहत है
(D) पागल कुत्तों को मारने की अनुमति दी जा सकती है

कश्मीर पर ये पूछा गया था सवाल

प्रश्न संख्या 48 में पूछा गया कि क्या भारत को कश्मीर पाकिस्तान को देने का फैसला करना चाहिए? और छात्रों को प्रश्न के साथ चुनने के लिए दो तर्क भी दिए।

  • तर्क 1. हां, इससे भारत का धन बचेगा।
  • तर्क 2. नहीं, इस तरह के निर्णय से समान मांगों में और वृद्धि होगी।
  • उत्तर- ए- “तर्क 1” मजबूत है।
  • बी- तर्क 2 मजबूत होता है।
  • सी- तर्क 1 और तर्क 2 दोनों मजबूत हैं।
  • डी- तर्क 1 और 2 दोनों ही मजबूत नहीं हैं।

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Pooja Khodani

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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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