SAHARA: जबलपुर में 700 करोड़ की धोखाधड़ी का आरोप, 25 अक्टूबर को कांग्रेस का बड़ा आंदोलन

Kashish Trivedi
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जबलपुर, संदीप कुमार। सहारा (SAHARA) पैरा बैंकिंग (para banking) ने छोटे व्यक्ति से लेकर बड़े निवेश कर्ताओं से उनकी गाड़ी कमाई को इकट्ठा करवाते हुए करोड़ों अरबों रुपए उनसे ले लिए और जब रुपए वापस करने का समय आया तो कंपनी ने अपने हाथ खड़ा कर दिया। ऐसे में मध्य प्रदेश (MP) के हजारों निवेशक (investment) आज अपने आप को सहारा पैरा बैंकिंग कंपनी (Sahara Para Banking Company) से ठगा सा महसूस कर रहे हैं। इस पूरे मामले को अब मध्य प्रदेश कांग्रेस ने उठाना शुरू कर दिया है।

कांग्रेस महामंत्री ने सहारा कंपनी के खिलाफ खोला मोर्चा

मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री सौरभ शर्मा ने सहारा पैरा बैंकिंग कंपनी के खिलाफ अपनी पार्टी के साथ मिलकर मोर्चा खोल दिया है। सौरभ शर्मा ने बताया कि सिर्फ मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले में ही 700 करोड़ रुपए का सहारा कंपनी में निवेश हुआ है जो कि पूरी तरह से अभी तक फंसा हुआ है। सहारा कंपनी पर उन्होंने आरोप लगाया कि निवेशकों से गाढ़ी कमाई को लेकर सुब्रतो राय सहारा ने इस पैसे से देश- विदेश में अनेकों संपत्ति और कंपनियां बनाई है। इतना ही नहीं उन्होंने कई एकड़ जमीन भी इसी पैसों से खरीदी है।

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कांग्रेस कमेटी के प्रदेश महामंत्री सौरव शर्मा ने बताया कि सहारा पैरा बैंकिंग ने लोगों से धन एकत्रित करके जबलपुर में भी तेवर-भेड़ाघाट के पास प्राइम लोकेशन पर 125 एकड़ जमीन खरीदी हुई है। उन्होंने बताया कि सहारा कंपनी के फर्जीवाड़ा के खिलाफ में कांग्रेस अब लामबंद हो गई है। आगामी 25 अक्टूबर को कांग्रेस पार्टी एवं निवेशक संघ के संयुक्त तत्वधान में शहर के सिविक सेंटर में एक महा सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। इस सम्मेलन में कांग्रेस पार्टी और सहारा में अपना पैसा निवेश करने वाले लोग जुलूस की शक्ल में कलेक्टर कार्यालय तक पैदल मार्च करेंगे। वहीं से पहले 20 अक्टूबर को गौमाता स्थित सहारा कार्यालय के सामने कैंडल मार्च निकाला जाएगा।

कांग्रेस पार्टी के प्रदेश महामंत्री सौरभ शर्मा के मुताबिक सहारा में निवेश करने वाले अभीकर्ताओं ने अपना खून पसीना लगाकर इस कंपनी को ऊंचाइयों तक पहुंचाया पर इस कंपनी में बहुत से अभिकर्ता ऐसे हैं। जिन्हें की मृत्यु के बाद भी अपने परिवार के लिए राशि नहीं मिल रही है और यह पूरा पैसा कंपनी प्रबंधक डकार गए हैं। साथ ही जिन निवेशकों की मृत्यु हो गई है। उनके दस्तावेज भी कंपनी खुर्द बुद्ध करने में जुटी हुई है।


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