सतना, चित्रकूट।
मध्य प्रदेश के सतना जिले में चलती स्कूल बस से अगवा किए तेल कारोबारी के जुड़वां बेटों का अपहरण करने वाले बदमाशों ने फिरौती की रकम लेने के बाद भी निर्मम हत्या कर दी है।दोनों बच्चों के शव उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में मिले हैं। सतना एसपी ने इसकी पुष्टि की है।घटना के बाद से ही शहर में तनाव का माहौल है। वही घर में माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल हो रहा है।फिलहाल पुलिस ने मासूमों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। इस मामले में छह लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है।इस पूरे घटनाक्रम के बाद पुलिस प्रशासन पर सवाल उठ रहे है कि फिरौती देने के बाद भी आखिर क्यों वह दोनों बच्चों को बचा नही पाई।
सतना एसपी से मिली जानकारी के अनुसार चित्रकूट नयागांव थाना क्षेत्र सद्गुरु सेवा ट्रस्ट एसपीएस स्कूल से पिस्टल की नोंक पर तेल व्यवसायी ब्रजेश रावत के दोनों जुड़वा बच्चों का बीती 12 फरवरी को अपहरण कर लिया गया था, जिसके बाद से पुलिस लगातार जांच में जुटी थी। इन मासूम बच्चों का शव उत्तर प्रदेश के बांदा जिले की यमुना नदी बबेरू घाट से मिले है। दोनों शवों की पहचान कर ली गई है और फिलहाल पीएम के लिए भेज दिया है। बताया जा रहा है कि मासूमों ने बदमाशों को पहचान लिया था, अपनी पहचान छुपाने के लिए उन्होंने बच्चों के हाथ बांधकर उन्हें नदी में फेंक दिया।दोनों शिवम और देवांग के शव उत्तरप्रदेश के बांदा में नदी के पास मिले इस मामले में पुलिस ने 6 अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों बच्चों की उम्र 5 साल थी।
12 फरवरी को हुआ था अपहरण
यह घटना 12 फरवरी की है। सतना जिले के चित्रकूट में तब हुई जब बाइक सवार दो नकाबपोश बदमाश ने स्कूल बस को रुकवाया और उस पर चढ़ गए। उसके बाद उन्होंने बंदूक की नोंक पर बच्चों का अपहरण किया। वारदात में साढ़े पांच लाख के इनामी अंतरराज्यीय गैंग सरगना बबुली कौल का हाथ होने की आशंका जताई जा रही थी। अपह्रत बच्चे पांच वर्षीय श्रेयांश और प्रियांश रावत जुड़वां भाई हैं और उनके पिता ब्रजेश रावत हिमशंकर विजय तेल के बड़े कारोबारी हैं। वे छुट्टी के बाद चित्रकूट के स्कूल से सतना वापस आ रहे थे। उस दौरान बदमाशों ने स्कूल बस से अगवा कर लिया। पूरी वारदात बस में लगे सीसीटीवी में रिकॉर्ड हुई थी। फुटेज में बदमाश रिवॉल्वर दिखाकर बच्चों का अपहरण करते नजर आए थे। पुलिस के मुताबिक- बदमाशों ने पहले बंदूक दिखाकर बस को रुकवाया और फिर दोनों बच्चों को बस से उठाकर ले गए। बच्चे चित्रकूट के सद्गुरु ट्रस्ट के एसपीएस स्कूल में पढ़ते थे।
1 करोड़ मांगी गई थी फिरौती
अपहरण के बाद अपरहणकर्ताओं ने 1 करोड़ रुपए की मांग की थी। जिसके बाद परिजनों ने 25 लाख रुपए दिए थे। पैसे मिलने के बाद आरोपियों ने अपनी पहचान छुपाने के लिए दोनों बच्चों की हत्या कर दी थी। हत्या के मामले में पुलिस ने छह लोगों को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि गिरफ्तार आरोपियों में पांच यूपी के रहने वाले हैं जबकि एक आरोपी मध्यप्रदेश का रहने वाला है। यूपी और मध्यप्रदेश की पुलिस आरोपिय़ों को पकड़ने के लिए 13 दिनों से कोशिश कर रहे थे उसके बाद भी पुलिस का सफलता नहीं मिली थी।
सामने आई पुलिस की नाकामी
अपहरण के 12 दिन बीच जाने के बाद भी बच्चों का पता लगाने मे नाकाम रही मध्य प्रदेश पुलिस की बड़ी नाकामी सामने आई है।इसके बाद मामले की जांच STF को सौंपी गई थी। लेकिन उसके भी हाथ खाली रहे। कहा जा रहा है कि 25 लाख रुपए फिरौती देने पर भी बच्चों की जान नहीं बची। जिन छह लोगों को पुलिस ने इस मामले में गिरफ्तार किया है ये पेशेवर अपराधी नहीं है बल्कि जल्द पैसा कमाने के लालच में शॉर्टकट अपनाने वाले संपन्न घरों के लड़के हैं। गिरफ्तार आरोपियों में एक स्कूल के सुरक्षा गार्ड का बेटा, एक बच्चों कोचिंग पढ़ाने वाला लड़का, एक बीटेक का छात्र और एक पुरोहित का बेटा शामिल है।फिलहाल पुलिस इनसे पूछताछ कर रही है।