भोपाल।
लोकसभा चुनाव में मिली बड़ी हार के बाद भी कांग्रेस में गुटबाजी खत्म नही हुई है। पीसीसी चीफ बदले जाने को लेकर कांग्रेस के अंदरखाने घमासान मचा हुआ है। शनिवार को राजधानी भोपाल में हुई कोर कमेटी की बैठक के दौरान गुटबाजी फिर सामने आई जब ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक और कार्यकर्ता सिंधिया को प्रदेशाध्यक्ष बनाए जाने की मांग को लेकर नारेबाजी करते नजर आए।
दरअसल, शनिवार को लोकसभा चुनाव में मिली हार समेत कई मुद्दों पर चर्चा करने के लिए कोर कमेठी की बैठक सीएम हाउस पर बुलाई गई थी, जिसमें मुख्यमंत्री कमलनाथ, वरिष्ठ नेता दिग्विजय, सिंधिया शामिल हुए। इस दौरान गुटबाजी और बिखराव देखने को मिला। बताया जा रहा है कि जब सीएम हाउस में कोर कमेटी की बैठक चल रही थी उसी समय सिंधिया समर्थकों ने सीएम हाउस के बाहर सिंधिया को प्रदेश अध्यक्ष बनाने के लिए जोरदार नारेबाजी की और मांग की कि सिंधिया को प्रदेश अध्यक्ष बनाया जाए ।
समर्थकों का कहना था कि 2018 विधानसभा चुनाव में सिंधिया के कारण मध्यप्रदेश में कांग्रेस की जीत हुई थी । यह युवाओं का इफेक्ट था । सिंधिया को मुख्यमंत्री नहीं बनाए जाने पर लोकसभा चुनाव 2019 में सभी ने प्रदेश में कांग्रेस का परिणाम देख लिया । आने वाले निकाय और पंचायत चुनाव के लिए मध्यप्रदेश में युवा नेतृत्व की जरूरत है जिसके लिए सिंधिया सबसे उपयुक्त है और हम सिंधिया को प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाने की मांग करते हैं।
बता दे कि इसके पहले कमलनाथ में कई मंत्री विधायक भी सिंधिया को प्रदेशाध्यक्ष बनाए जाने की पैरवी कर चुके है। हाल ही में कार्यकर्ताओं ने पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी को खून से खत लिखकर सिंधिया को प्रदेशाध्यक्ष बनाने की मांग की थी। इसके पहले भी कई दिग्गज नेता प्रदेश में संगठन की बात कह चुके है। शनि��ार को हुई कोर कमेठी की बैठक में भी कयास लगाए जा रहे थे कि पार्टी नए प्रदेशाध्यक्ष को लेकर बड़ा फैसला ले सकती है लेकिन ऐसा नही हुआ, जिसके चलते बिखराव ज्यादा देखने को मिल रहा है।