भोपाल| प्रदेश में पहली बार स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से सरकारी स्कूलों में शून्य से 30 प्रतिशत तक के खराब परीक्षा परिणाम वाले स्कूलों के शिक्षकों की दक्षता परीक्षा बुधवार को हुई| प्रदेश के अधिकतर जिलों में हंगामे के हालात बने, वहीं कई जगह परीक्षा का बहिष्कार किया गया, तो कई जगह शिक्षक परीक्षा में शामिल नहीं हुए| शिक्षक दक्षता संवर्धन परीक्षा के दौरान टीकमगढ़, रायसेन एवं शिवपुरी में विरोध प्रदर्शन करते हुए, शिक्षकों ने परीक्षा का बहिष्कार कर दिया। प्रदेश में कुल 7 शिक्षकों को सस्पेंड कर दिया गया है। शेष के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा रही है। इसके अलावा सभी अनुपस्थित शिक्षकों से पूरक परीक्षा ली जाएगी।
शिक्षकों के इस बहिष्कार पर स्कूल शिक्षा विभाग ने कड़ा रुख अपनाते हुए परीक्षा का विरोध करने वाले सात शिक्षकों को सस्पेंड कर दिया है। वहीं 15 जून को दोबारा परीक्षा के लिए बुलाया गया है। हाई एवं हायर सेकंडरी स्कूलों के 621 शिक्षक व माध्यमिक शालाओं के 3210 शिक्षक परीक्षा में शामिल हुए। इनमें से 50 फीसदी शिक्षकों को सी और डी ग्रेड मिला है। हालांकि परीक्षा की कॉपियों का विषयवार, प्रश्नवार विश्लेषण किया जा रहा है। इसके बाद इन शिक्षकों के प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाएगी। प्रमुख सचिव, स्कूल शिक्षा रश्मि अरूण शमी ने सभी कलेक्टर व मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को उनके स्तर से परीक्षा के आयोजन संबंधी आवश्यक समीक्षा व मॉनीटरिंग के निर्देश दिए थे। विभाग ने स्पष्ट किया है कि इस परीक्षा का उद्देश्य शिक्षकों को पास या फेल करना नहीं बल्कि पढ़ाने में आने वाली समस्याओं को जानकर उनके लिए प्रशिक्षण की कार्ययोजना बनाना है।हाई एवं हायर सेकंडरी स्कूलों के 621 शिक्षक व माध्यमिक शालाओं के 3210 शिक्षक परीक्षा में शामिल हुए। इनमें से 50 फीसदी शिक्षकों को सी और डी ग्रेड मिला है। हालांकि परीक्षा की कॉपियों का विषयवार, प्रश्नवार विश्लेषण किया जा रहा है। इसके बाद इन शिक्षकों के प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाएगी।
दरअसल, कक्षा 10वीं में 0-30 प्रतिशत परीक्षा परिणाम वाले शिक्षकों हेतु शिक्षक दक्षता संवर्धन परीक्षा स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा वर्ष 2018-19 में ऐसे शिक्षक जिनका परीक्षा परिणाम 10वीं बोर्ड की परीक्षाओं में अपेक्षा के अनुरूप नहीं रहा है, उनकी दक्षताओं के आंकलन के लिए बुधवार को परीक्षा का आयोजन किया गया। प्रमुख सचिव, स्कूल शिक्षा श्रीमती रश्मि अरुण शमी द्वारा समस्त कलेक्टर एवं समस्त मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को उनके स्तर से परीक्षा के आयोजन संबंधी आवश्यक समीक्षा एवं मॉनिटरिंग हेतु निर्देश दिए गए थे।
रायसेन में हुआ हंगामा, तीन अध्यापक निलंबित
रायसेन में शासकीय उत्कृष्ट स्कूल में बुधवार को शिक्षक दक्षता संवर्धन परीक्षा आयोजित की जा रही थी, जिसमें हायर सेकंडरी, हाईस्कूल एवं कैचमेंट एरिया के मिडिल स्कूलों के शिक्षकों को बुलाया गया था। दोपहर 12 बजे से तीन बजे तक परीक्षा आयोजित होना थी। इसके लिए सुबह दस बजे से उत्कृष्ट स्कूल में 166 शिक्षकों का पंजीयन भी किया गया। मगर अध्यापक के पदाधिकारियों ने परीक्षा का विरोध जताया और परीक्षा कक्ष से शिक्षकों को बाहर बुला लिया। इसके बाद स्कूल परिसर में हंगामा होता रहा, नारेबाजी चलती रही और परीक्षा नहीं हो सकी। बताया जा रहा है कि कई शिक्षक परीक्षा देने को तैयार थे। मगर संघ के पदाधिकारी और उनके समर्थक शिक्षकों ने उन्हें परीक्षा कक्ष में नहीं जाने दिया। इस मामले में सख्त रुख अपनाते हुए नवागत कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने तीन अध्यापकों को निलंबित करने के आदेश दिए हैं। जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार सीताराम रायकवार, भगवती प्रसाद जोशी और सुरेन्द्र ओड़ को निलंबित किया गया है। बता दें कि अनुपस्थित एवं परीक्षा में सम्मिलित होने से इन्कार करने वाले शिक्षकों को एक अवसर और दिया जा रहा है। इन शिक्षकों को पुनः परीक्षा के लिए 15 जून बुलाया जा रहा है।