Sheopur Collector : मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले आदिवासियों पर जमकर सियासत गर्माई हुई है। सीधी के पेशाब कांड और अनूपपुर में भाजपा नेता द्वारा बुजुर्ग की चप्पलों से पिटाई के बाद अब श्योपुर कलेक्टर संजय कुमार द्वारा आदिवासियों के हक की जमीन बाहरी राज्यों के लोगों को देने के खुलासे के बाद बवाल मच गया है। कांग्रेस एक बार फिर आदिवासियों के हक को लेकर बीजेपी और शिवराज सरकार पर हावी हो गई है।इसी बीच पीसीसी चीफ और पूर्व सीएम कमलनाथ ने एक्स पर पोस्ट कर इस मामले में सीएम पर ना सिर्फ आदिवासियों परअत्याचार के आरोप लगाए है बल्कि 5 सवालों के जवाब भी मांगे है।
क्या लिखा है कमलनाथ ने पोस्ट पर
कमलनाथ ने एक्स पर पोस्ट करके लिखा है कि शिवराज जी, आप भ्रष्टाचार में नवाचार की पाठशाला बन गए हैं। आपने आदिवासियों पर अत्याचार की सारी हदें पार कर दी हैं। अब तक जनता आरोप लगाती थी, लेकिन अब तो सरकारी अधिकारी भी इस पर मुहर लगा रहे हैं। आदिवासी बहुल श्योपुर जिले के कलेक्टर ने खुलासा किया है कि जिले में बड़े पैमाने पर बाहरी लोगों को अवैध पट्टे दिए गए हैं। आदिवासियों के नाम पर दिल्ली, हरियाणा और पंजाब के लोगों को पट्टे दे दिए गए। इस घोटाले में आपकी पूरी सरकारी मशीनरी शामिल है। वही कांग्रेस प्रवक्ता आनंद जाट ने भी इस पूरे मामले में शिवराज सरकार को घेरा है और जवाब मांगा है।आनंद ने पूछा है कि यह पट्टे बाहरी लोगों को क्यों दिए गए,आपकी सरकार ने कितना कमीशन खाया? यह सारी जानकारी जनता के सामने रखें।
कमलनाथ ने शिवराज से पूछे ये 5 सवाल
- आदिवासी समाज आपसे पूछता है कि आपने उनके हिस्से की ज़मीन क्यों हड़पी?
- जब इतने समय से पट्टों की यह बंदरबांट चल रही थी तो आप ने चुप्पी क्यों साध रखी है?
- खुद कलेक्टर के घोटाला उजागर करने के बाद भी आप ने खामोशी ओढ़ रखी है?
- क्या आप बताएंगे कि आपकी कमिशनराज सरकार ने पट्टा घोटाला में कितना कमिशन खाया?
- क्या आप बताएंगे कि ये पट्टे किन लोगों को दिए गए और भाजपा से उनका क्या सम्बंध है?
ये है पूरा मामला
दरअसल, दो महीने पहले श्योपुर जिले में पदस्थ हुए कलेक्टर संजय कुमार लगातार एक के बाद एक कड़ी कार्रवाई कर रहे हैं। अभी कुछ दिन पहले ही उन्होंने एक निजी इंजीनियर के छापा मार कर मनरेगा से संबंधित 61 पंचायतों के दस्तावेज जप्त किए थे और अब उन्होंने एक नया खुलासा किया है। उनका कहना है कि, “श्योपुर जिले में बहुसंख्या में सरकारी जमीन के पट्टे ऐसे लोगों को बांट दिए गए हैं जो मध्य प्रदेश के निवासी हैं ही नहीं। ऐसे लोगों में दिल्ली, हरियाणा और पंजाब के कई लोग शामिल हैं। इन लोगों ने सरकारी अधिकारियों और पटवारी से सांठगांठ करके यह जमीन अपने नाम कर ली और अब उसे बेचने की फिराक में लगे हुए हैं।
कलेक्टर ने दी चेतावनी
कलेक्टर संजय कुमार ने ऐसे लोगों को सख्त चेतावनी दी है कि वह खुद आकर अपनी जमीन में सरेंडर करने वरना सरकार उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी।अगर स्थानीय व्यक्ति सरकारी जमीन पर कब्जा करके उसका उपयोग करता है तो वह इतनी ज्यादा दिक्कत की बात नहीं है, लेकिन अगर बाहरी व्यक्ति आकर मध्य प्रदेश के जिले में जमीन पर कब्जा करता है और वह भी अवैधानिक तरीके से तो निश्चित रूप से किसी भी तरीके से यह क्षमायोग्य नहीं है।उन्होंने यह भी कहा कि, “इस मामले में जो भी अधिकारी या कर्मचारी दोषी है, भले ही वह रिटायर हो गए हो या अन्यत्र पदस्थ हो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”
शिवराज जी, आप भ्रष्टाचार में नवाचार की पाठशाला बन गए हैं। आपने आदिवासियों पर अत्याचार की सारी हदें पार कर दी हैं। अब तक जनता आरोप लगाती थी, लेकिन अब तो सरकारी अधिकारी भी इस पर मुहर लगा रहे हैं।
आदिवासी बहुल श्योपुर जिले के कलेक्टर ने खुलासा किया है कि जिले में बड़े पैमाने पर…— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) September 22, 2023