दिवाली से पहले मोदी सरकार ने दिया तोहफा, DA में 3% इजाफा, बढ़ गया वेतन, लाखों कर्मचारियों-पेंशनर्स को होगा लाभ 

केंद्र कर्मचारियों के वेतन में वृद्धि होगी। डीए और डीए में 3% का इजाफा हुआ है। महंगाई भत्ता 50% से बढ़कर 53% हो गया है। 

DA Hike

DA Hike: केंद्र कर्मचारियों के लिए बड़ी खबर सामने आई है। बुधवार की कैबिनेट बैठक में महंगाई भत्ते में 3% इजाफा करने का निर्णय लिया गया है। डीए 50% से 53% हो चुका है। लाखों कर्मचारियों इसका लाभ मिलेगा। वेतन में वृद्धि होगी। महंगाई भत्ता 1 जुलाई 2024 से लागू होगा। अक्टूबर माह के वेतन के साथ तीन महीने का डीए मिलेगा।

सरकार ने पेंशनर्स को महंगाई राहत (DR) में भी 3% की वृद्धि कर दी है। उन्हें अक्टूबर महीने का पेंशन बढ़कर मिलेगा। तीन महीने यानि जुलाई, अगस्त और सितंबर का डीए एरियर खाते में आएगा। दिवाली से केंद्र सरकार की यह घोषणा किसी तोहफे से कम नहीं है। इस फैसले से 49.18 लाख केंद्र कर्मचारियों को 64.89 लाख पेंशनभोगियों को लाभ होगा।

कितना मिलेगा वेतन और पेंशन? (Dearness Allowance)

डीए में बढ़ोत्तरी के बाद कर्मचारियों की सैलरी भी बढ़ेगी। मान लीजिए यदि किसी कर्मचारी का वेतन 36,200 है। 50% से हिससब से उसे 18100 रुपये प्राप्त होंगे। अब महंगाई भत्ता बढ़कर 53% हो चुका है इस हिसाब से कर्मचारी को 19,186 रुपये मिलेंगे। अक्टूबर से उसे 1086 रुपये अधिक वेतन का लाभ मिलेगा। वहीं यदि पेंशनर को 25,000 रुपये पेंशन मिलती है। 50% डीआर होने 12500 रुपये मिलते हैं। 53% डीआर होने पर 13250 रुपये मिलेंगे। मतलब उसे 250 रुपये अधिक मिलेंगे।

मार्च में बढ़ा था महंगाई भत्ता (Employees News)

बता दें कि सरकार साल में दो बार डीए और डीआर में संशोधन करती है। लेकिन इसकी घोषणा देर से होती है। मार्च 2024 में केंद्र सरकार ने महंगाई भत्ते में 4% का इजाफा किया है। जिसके बाद डीए 46% से बढ़कर 50% हो गया था।


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है। अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News