भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के पिछड़ा वर्ग के छात्रों (Student) को शिवराज सरकार (Shivraj Government) द्वारा बड़ा तोहफा देने की तैयारी है।पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग (Backward class welfare department) द्वारा पिछड़ा वर्ग के छात्रों के लिये मध्यप्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर पोस्ट-मैट्रिक छात्रावास (Hostel) संचालित किये जा रहे है।इसके तहत उज्जैन (Ujjain) में 100 सीटर क्षमता और जबलपुर (Jabalpur) में 500 सीटर क्षमता के कन्या छात्रावास का निर्माण कार्य प्रगति पर है।
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दरअसल, शिवराज सरकार द्वारा मध्यप्रदेश में पिछड़ा वर्ग के छात्र-छात्राओं को आवासीय सुविधा उपलब्ध कराने के मकसद से छात्रावास संचालित किये जा रहे है। पिछड़ा वर्ग के छात्रों के लिये प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर पोस्ट-मैट्रिक छात्रावास संचालित किये जा रहे है।इसके लिए उज्जैन में पिछड़ा वर्ग के बालकों के लिये 100 सीटर क्षमता के बालक छात्रावास के भवन का निर्माण कार्य पूर्णत: की ओर है। विभाग द्वारा वर्ष 2021-22 में बालक छात्रावास के संचालन के लिये 5 करोड़ 70 लाख रूपये का प्रावधान किया गया है।
पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग द्वारा मध्यप्रदेश में पिछड़े वर्ग की कन्याओं को पढ़ाई के लिये आवासीय सुविधा उपलब्ध कराने के मकसद से प्रदेश के सभी जिलों में पिछड़ा वर्ग पोस्ट-मैट्रिक कन्या छात्रावास भवनों की स्थापना की योजना है।विभाग द्वारा वर्ष 2021-22 में बालक छात्रावास के संचालन के लिये 5 करोड़ 70 लाख रूपये का प्रावधान किया गया है।पिछड़ा वर्ग के जिन छात्र-छात्राओं को विभागीय छात्रावासों में स्थान अभाव के कारण प्रवेश नहीं मिल पाता है, उनके लिये पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग द्वारा छात्र गृह योजना संचालित की जा रही है।
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इस योजना के तहत 2 या 2 से अधिक विद्यार्थियों को किराये के भवन में रहने पर भवन के किराये की प्रतिपूर्ति विभाग द्वारा की जा रही है। विभाग द्वारा इस वर्ष छात्र गृह योजना (Student house plan) में करीब 91 लाख रूपये का प्रावधान किया गया है। योजना में विभाग द्वारा तहसील, जिला एवं संभाग स्तर के छात्र गृह के लिये किराये के भवन का मासिक किराया प्रति छात्र एक हजार रुपये निर्धारित किया गया है।