भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में कोरोना संक्रमितों (Coronavirus) की संख्या 1 लाख 96 हजार 511 पहुंच गई है और अबतक 3183 की मौत हो चुकी है। पिछले 24 घंटे में 1766 नए केस सामने आए और 11 ने दम तोड़ दिया। लगातार बढ़ते आंकड़ों को लेकर शिवराज सरकार (Shivraj Government) चिंतित हो चली है और अधिकारियों को एक के बाद एक सख्ती के निर्देश दिए जा रहे है, कई जिलों में नाइट कर्फ्यू लगाया गया है और मास्क ना पहनने वालों पर जुर्माना भी लगाया जा रहा है, हालांकि मुख्यमंत्री ने साफ कर दिया है कि मध्यप्रदेश में दोबारा लॉकडाउन (Lockdown) नही लगाया जाएगा।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने कहा है कि जिन क्षेत्रों में संक्रमण अधिक है, वहां छोटे-छोटे कंटेनमेंट जोन्स (Containment Zones) भी बनाए जाएं। इस संबंध में जिले के क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप (Crisis Management Group) स्थानीय परिस्थितियों के अनुरूप निर्णय ले सकते हैं। विवाह आयोजनों (Wedding Events), वस्तुओं के परिवहन (Transportation) आदि में कोई बाधा नहीं आना चाहिए और ना ही कोई समय का बंधन। आयोजनों में शामिल होने वाले व्यक्तियों की संख्या सीमित की जा सकती है।वही निर्देश दिए कि मास्क लगाने का सख्ती से पालन किए जाना अनिवार्य है। सभी दुकानदार एवं ग्राहक अनिवार्य रूप से मास्क लगाएं। मास्क न लगाने पर जुर्माना भी किया जाए।
इंदौर एवं भोपाल में विशेष सावधानी बरती जाए
कोरोना संक्रमण की जिलेवार समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री चौहान ने इंदौर (Indore) एवं भोपाल (Bhopal) में विशेष सावधानी बरते जाने के निर्देश दिए। प्रदेश में सर्वाधिक कोरोना के नए मरीज इंदौर में 565 पाए गए हैं, वहीं भोपाल में 324 नए मरीज मिले हैं। भोपाल की गत सात दिनों की पॉजिटिविटी रेट 12 प्रतिशत है, वहीं इंदौर की 10 प्रतिशत। मुख्यमंत्री चौहान ने इंदौर एवं भोपाल में विशेष सावधानी बरते जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आवश्यकतानुसार छोटे-छोटे कंटेनमेंट जोन बनाए जाएं। कोरोना संक्रमण को रोकना है तथा पॉजिटिविटी रेट को किसी भी हालत में 05 प्रतिशत से ऊपर नहीं जाने देना है। भोपाल में कोलार रोड क्षेत्र में सर्वाधिक मरीज आ रहे हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने अधिक संक्रमण वाले क्षेत्रों में कंटेनमेंट जोन बनाए जाने के निर्देश दिए।
अधिक पॉजिटिविटी वाले जिले विशेष ध्यान दें
मुख्यमंत्री चौहान ने जिलावार समीक्षा में पाया कि इंदौर एवं भोपाल के साथ ही ग्वालियर (Gwalior), रतलाम (Ratlam), विदिशा (Vidisha), शिवपुरी (Shivpuri), अशोकनगर (Ashoknagar), दतिया (Datia) एवं अनूपपुर (Anuppur) जिलों की गत सात दिनों की पॉजिटिविटी रेट अधिक आयी है। मुख्यमंत्री चौहान ने सभी जिलों को विशेष सावधानी बरतने के निर्देश दिए। चौहान ने निर्देश दिए कि सभी जिलों में पर्याप्त संख्या में सैम्पलिंग की जाए जिससे कि कोरोना को जल्दी पहचान कर उसका इलाज किया जा सके। सभी कोरोना अस्पतालों में पर्याप्त संख्या में बैड्स, ऑक्सीजन (Oxygen) बैड्स, आई.सी.यू. (ICU) आदि की व्यवस्था हो। जहां आवश्यकता हो बैड्स की संख्या बढ़ाई जाए।
‘होम आइसोलेशन’ की अच्छी मॉनीटरिंग हो
प्रदेश में कोरोना के कुल मरीजों में 59 प्रतिशत मरीज ‘होम आइसोलेशन’ में है। मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिए कि हर जिले में ‘कमाण्ड एण्ड कंट्रोल सेंटर्स’ के माध्यम से इन मरीजों की अच्छी देखभाल होनी चाहिए। आवश्यकता पड़ने पर तुरंत उन्हें अस्पतालों में शिफ्ट किया जाना चाहिए।सागर जिले की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने वहां के मेडिकल कॉलेज की व्यवस्थाएं बेहतर किए जाने तथा मृत्यु दर को न्यूनतम किए जाने के निर्देश दिए। सभी संभागायुक्त अपने संभागों में इस संबंध में समीक्षा कर सर्वश्रेष्ठ उपचार व्यवस्था सुनिश्चित करें। प्रत्येक जिले के लिए बनाए गए वरिष्ठ प्रभारी अधिकारियों को निर्देश दिए कि कोरोना एक बार फिर प्रदेश में बढ़ रहा है। गत सात दिनों में 06 हजार से अधिक नए प्रकरण आए हैं अत: वे सभी दोबारा कमर कस लें। अपने जिलों की निरंतर मॉनीटरिंग करें तथा कोरोना संक्रमण को हर हाल में रोकें। साथ ही कोरोना के इलाज की सारी व्यवस्थाएं चुस्त-दुरूस्त हों।
बुरहापुर की स्टडी करे अन्य जिले- मुख्य सचिव
मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस (Chief Secretary Iqbal Singh Bains) ने कहा कि कोरोना संक्रमण रोकने एवं उपचार की दिशा में बुरहानपुर जिले द्वारा अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत किया गया है। अन्य जिले बुरहानपुर (Burhanpur) में इस संबंध में किए गए कार्यों की स्टडी करें तथा श्रेष्ठ कार्य का अपने जिले में भी अनुकरण करें।
बता दे कि प्रदेश में 12 हजार 979 कोरोना के सक्रिय मरीज हैं। प्रदेश की औसत पॉजिटिविटी रेट 5.5 प्रतिशत है। कोरोना रिकवरी रेट 91.8 प्रतिशत है तथा मृत्यु दर 1.6 प्रतिशत है। प्रति 10 लाख मरीज टैस्टिंग 41 हजार 734 है। प्रदेश में 03 नवम्बर से कोरोना के एक्टिव केसेस दोबारा बढ़ने लगे हैं। एक्टिव केसेस की संख्या जो 8 हजार 44 रह गई थी, अब बढ़कर 12 हजार 979 हो गई है।