भोपाल। मध्य प्रदेश में चुनाव परिणाम से पहले जुबानी हमलो से सियासत गरमाई हुई है| मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जहां आज कांग्रेस पर जमकर हमले बोले तो वहीं कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने शिवराज को चुनाव आयोग को लेकर दिए गए बयान पर घेरा है| उन्होंने ट्वीट कर कहा कि शिवराज का बयान चुनावी कार्य में लगे कर्मचारियों के लिए अपमान है|
दरअसल, आचार संहिता के दौरान कैबिनेट बैठक पर कांग्रेस की आपत्ति और ईवीएम को लेकर सवाल उठाने पर सीएम शिवराज ने कहा था कि चुनाव आयोग ने अगर किसी के साथ सख्ती की तो वो बीजेपी के साथ की है, लेकिन मेने शिकायत नहीं की है| उन्होंने कहा अधिकारियो और चुनाव आयोग ने भाजपा पर ज्यादा सख्ती की है। अमानवीयता की है, मुझे साथी के अंतिम संस्कार मे नही जाने दिया | रघुवीर दान्गी के अंतिम संस्कार मे विदिशा जाना था | शिवराज सीएम हाउस में पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे| इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर भी जमकर हमले बोले और कहा कि कांग्रेस मतदान के दिन से ही अनर्गल प्रलाप कर रही है, हार के डर से बोखला गयी है| इव्हीएम मे गड़बड़ी का अभियान छेड़ दिया| कांग्रेस हार के डर से आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठा रही है| सब पर बेईमानी का आरोप लगा रही, संदेह का वातावरण पैदा कर रही है| कांग्रेस प्रशासन पर दबाब डालने का प्रयास कर रही है| इव्हीएम मे छेड़छाड़ कोई गुड्डे गुड़ियों का खेल नही है| जो प्रत्याशी नही है वो भी स्ट्रांग रूम में जा रहे है, कांग्रेस हार की पूर्व भूमिका तैयार कर रही है|
चुनाव आयोग को लेकर शिवराज के बयान पर पीसीसी चीफ कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा “शिवराज जी कह रहे है कि भाजपा को चुनाव आयोग ने अमानवीय तरीके से प्रताड़ित किया, उन्होंने चुनावी कार्य में लगे कर्मचारियों का ऐसा कहकर अपमान किया है व उनकी निष्पक्षता पर संदेह व्यक्त किया है, उन्हें संवैधानिक संस्था पर प्रताड़ना के मामले स्पष्ट करना चाहिये और इस पर माफी माँगना चाहिये”|
शिवराज जी कह रहे है कि भाजपा को चुनाव आयोग ने अमानवीय तरीके से प्रताड़ित किया
उन्होंने चुनावी कार्य में लगे कर्मचारियों का ऐसा कहकर अपमान किया है व उनकी निष्पक्षता पर संदेह व्यक्त किया है
उन्हें संवैधानिक संस्था पर प्रताड़ना के मामले स्पष्ट करना चाहिये और इस पर माफी माँगना चाहिये— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) 5 December 2018