भोपाल डेस्क रिपोर्ट। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने छात्रों (Students) को लेकर बड़ा ऐलान किया है। शिवराज ने आज मिंटो हॉल (Minto Hall) में घोषणा करते हुए कहा कि दिवाली के बाद मध्य प्रदेश में 10,000 विद्यालय(School) खोलेंगे जिससे बच्चों को बेहतर से बेहतर शिक्षा मिले। #AatmaNirbharMP में हमारे गरीब बच्चे भी शिक्षा प्राप्त कर आत्मनिर्भर बनेंगे।
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शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि नई शिक्षा नीति के तहत बच्चों को व्यावसायिक शिक्षा छठी कक्षा से ही देनी शुरू की जायेगी। हमने संकल्प लिया है कि चिह्नित स्कूलों में छठी कक्षा से ही बच्चों को व्यावसायिक शिक्षा दी जाये।हमारा संकल्प है कि बच्चों को बेहतर शिक्षा देने में हम कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे। हमने इसके लिये काफी प्रयास किया है। आगे भी प्रयास जारी रहेगा।कोरोना काल में शिक्षा विभाग ने अलग-अलग माध्यमों से शिक्षा देने का प्रयास किया है।मुख्यमंत्री ने कहा कि रोजगार देने के जितने नये तरीके हो सकते हैं, उन सबका हम दोहन कर रहे हैं।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हम मध्यप्रदेश में बच्चों को व्यावसायिक शिक्षा तो देंगे ही, साथ ही रोज़गार के नए अवसर भी सृजित करेंगे।बच्चों को नैतिक शिक्षा देना भी आवश्यक है। महापुरुषों की जीवनियां पढ़ाई जायेंगी, ताकि हमारे बच्चों के जीवन को सही दिशा मिल सके।हमने ऐसी अनेक योजनाएँ प्रारम्भ की हैं जिससे मध्यप्रदेश के गरीबों के जीवन में बुनियादी बदलाव आ रहे हैं।बच्चे गरीब के घर में पैदा भले ही हुए हों, उनमें क्षमताएँ और टैलेंट हैं, तो हम उन्हें धन की कमी नहीं होने देंगे।व्यावसायिक शिक्षा देंगे। शिक्षा का उद्देश्य छात्रों को परिश्रमी, देशभक्त बनाना होना चाहिये।
MSME को बढ़ावा देंगे- शिवराज सिंह चौहान
शिक्षक के तीन उद्देश्य होते हैं। पहला ज्ञान देना, दूसरा कौशल देना और तीसरा नागरिकता के संस्कार देना। गैर सरकारी क्षेत्र में भी रोजगार के जो अवसर हैं हम उनका दोहन करेंगे। MSME को बढ़ावा देंगे। उन्होंने कहा कि गरीब परिवारों के बच्चों की उच्च शिक्षा की फीस हमारी सरकार भरवायेगी। मेरे बच्चों मन लगाकर पढ़ो, तुम्हारी प्रतिभा के रास्ते में धन को बाधा नहीं बनने दूंगा। जबतक स्कूल नहीं खुल रहे तबतक तुम जो संभव माध्यम हैं उनसे शिक्षा हासिल करना।
सभी विभागों में होगी भर्ती – शिवराज सिंह चौहान
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2018 में रानी पद्मावती का पाठ जोड़ने के लिए कहा था, लेकिन मेरी सरकार गिर जाने के कारण उस पर अमल नहीं हुआ। उन्होंने स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि अगले सत्र से रानी पद्मावती का पाठ जुड़ जाना चाहिए। चाहे पुलिस विभाग हो या शिक्षा-स्वास्थ्य, सभी विभागों में हजारों पदों पर भर्ती की जाएगी। गैर सरकारी क्षेत्रों में भी रोजगार के अवसर उपलब्ध कराएंगे।