भोपाल। बिना कैबिनेट के सरकार चलाने के बाद अब शिवराज सरकार में मंत्रिमंडल गठन को लेकर चर्चाएं तेज हो गई है। जहां माना जा रहा है कि शनिवार शाम तक मंत्रिमंडल में शामिल मंत्रियों के नाम पर मुहर लग सकती है। गुरूवार को इसी मुद्दे पर भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। जिससे यह अटकलें तेज है कि शिवराज कैबिनेट में सिंधिया समर्थक चेहरे मंत्री जरूर बनेंगे। वहीं डिप्टी सीएम के लिए तुलसी सिलावट के नाम पर अटकलें तेज है।
दरअसल 23 मार्च को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद सीएम चौहान अकेले ही प्रदेश का कार्यभार देख रहे हैं। 25 दिन तक बिना मंत्रिमंडल सरकार चलाने के बाद मंत्रिमंडल गठन को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ गई है। वहीं सूत्रों की माने तो स्टेट गैरेज को 12 गाड़ियां तैयार करने के लिए कहा गया है। जिससे ये अंदेशा लगाया जा रहा हैं कि शिवराज कैबिनेट में 12 मंत्री शपथ ले सकते हैं। हालांकि मुख्यमंत्री शिवराज छोटे मंत्रिमंडल के गठन चाहते थे, जिससे प्रदेश में कोरोना से लड़ने में आसानी हो। किंतु माना जा रहा है कि बीते गुरूवार को ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात कर अपने समर्थित मंत्रियों को मंत्रिमंडल में शामिल करने की बात कही। वहीं शुक्रवार को ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इसी मुद्दे पर भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मुलाकात की थी। जिसके बाद अटकलें तेज है कि शिवराज की टीम में जिन चेहरों को जगह मिल सकती है। उसमें प्रमुख दावेदार नरोत्तम मिश्रा, गोपाल भार्गव के साथ राजेंद्र शुक्ला, भूपेंद्र सिंह, अरविंद भदौरिया, संजय पाठक, विश्वास सारंग के अलावा सिंधिया समर्थक तुलसी सिलावट, प्रद्युमन सिंह तोमर, इमरती देवी, हरदीप सिंह डंग, बिसाहू लाल सिंह एवं गोविंद राजपूत के नाम पर भी सहमति बन सकती है।
बता दे कि सीएम शिवराज ने 25 दिनों तक बिना कैबिनेट सरकार चलाने के मामले में कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदुरप्पा की बराबरी कर ली है। इसी के साथ शिवराज सरकार के पास कई तरह की चुनौती है। किसान की फसल खरीद से लेकर मनरेगा मैं काम की शुरुआत के साथ इस महामारी से निपटने के लिए भी कैबिनेट की आवश्यकता है। वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस ने भी बार – बार सरकार में मंत्रिमंडल गठन में हो रही देरी पर सवाल उठाए हैं। ऐसे में चर्चाएं तेज है कि शनिवार को कैबिनेट में शामिल मंत्रियों के नाम पर मुहर लग सकती है। अब देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा नेताओं के अलावा सिंधिया समर्थक किन चेहरों को शिवराज अपने मंत्रिमंडल में शामिल करते हैं।