शिवराज मंत्रिमंडल के इस मंत्री ने दिया इस्तीफा, जानिए ये है वजह

शिवरज सरकार

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश में भाजपा ने भले ही शिवराज सरकार को स्थायित्व मिल गया और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (shivraj singh chauhan) के साथ ज्योतिरादित्य सिंधिया (jyotiraditya scindia) बड़ी ताकत बनकर उभरे हों, लेकिन सिंधिया के तीन तीन मंत्रियों के हाथ मायूसी लगी है वे चुनाव हार गए हैं। इसी के साथ अब इस्तीफे का सिलसिला शुरू हो गया है। हार के बाद एदल (aidal singh kansana) सिंह कंसाना ने अपना इस्तीफा दे दिया है।

ग्वालियर चंबल संभाग की 16 सीटों पर चुनाव लड़ने वाले सिंधिया समर्थक 8 मंत्रियों में से तीन मंत्री सुमावली से एदल सिंह कंसाना, दिमनी से गिर्राज दंडोतिया और डबरा से इमरती देवी चुनाव है हार गए हैं। इनके हारने के बाद सिंधिया खेमे में थोड़ी मायूसी जरूर है लेकिन खुशी इस बात की है कि सिंधिया के अधिकांश समर्थक जीत गए और शिवराज सरकार को पूर्ण बहुमत मिल गया। हार के बाद एदल सिंह कंसाना ने अपना इस्तीफा दे दिया है और संभावना जताई जा रही है कि जल्दी ही गिर्राज और इमरती देवी भी इस्तीफा दे देंगे।

ग्वालियर चंबल संभाग की 16 सीटों में मुरैना ऐसा जिला रहा जहाँ चुनाव लड़ रहे दोनो मंत्री चुनाव हार गए। एंदल सिंह कंसाना सुमावली विधानसभा से चुनाव लड़ रहे थे। उनके सामने कांग्रेस के अजब सिंह कुशवाह थे। अजब सिंह को 86909 वोट मिले जबकि एंदल सिंह को 75962 वोट मिले और वो 10947 वोटों से चुनाव हार गए। हार की बड़ी वजह एंदल सिंह का व्यवहार और वोट शिफ्टिंग होना बताया जा आरहा है। स्थानीय लोगों की बात पर भरोसा करें तो अजब सिंह को यानि कांग्रेस के खाते में इस बार क्षत्रिय वोट गया क्योंकि कोई भी क्षत्रिय व्यक्ति मैदान में नही था इसके अलावा बीएसपी का वोट भी अजब सिंह ले गए। मतदान वाले दिन गोली भी चली जिसके आरोप एंदल सिंह समर्थकों पर लगे तो गुस्से में मतदाता शिफ्ट हुआ। बहरहाल, हार के बाद एदल सिंह कंसाना ने अपना इस्तीफा सीएम शिवराज को सौंप दिया है।


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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