One Nation One Election : उमा भारती ने किया ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ का समर्थन, दिया ये सुझाव

Uma Bharti

One Nation One Election : पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ का समर्थन किया है। उन्होने कहा है कि उम्मीद है कि पूरा देश भी इसके पक्ष में होगा क्योंकि इसके खर्च में कमी होगी और विकास में कोई बाधा भी नहीं आएगी। उन्होने सुझाव दिया है कि लोकसभा और विधानसभा चुनावों के एक माह बाद स्थानीय निकाय और पंचायत इलेक्शन भी करा देना चाहिए।

क्या है ‘वन नेशन वन इलेक्शन’

‘वन नेशन वन इलेक्शन’ का अर्थ है कि पूरे देश में एक साथ लोकसभा और प्रदेश में विधानसभा चुनाव कराए जाएं। अभी लोकसभा चुनाव और हर प्रदेश में अलग अलग समय पर विधानसभा चुनाव होते हैं। वन नेशन वन इलेक्शन के लिए 1 सितंबर 2023 को एक कमेटी गठित की गई है जिसके अध्यक्ष पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद हैं। ये कमेटी देशभर में एक साथ चुनाव कराने की संभावनाओं की पड़ताल करेगी। नीति आयोग ने भी ‘एक देश एक चुनाव’ की बात का समर्थन किया है।  इसी के साथ केंद्र सरकार ने 18 से 22 सितंबर तक संसद का विशेष सत्र बुलाया है और संभव है कि कुछ और महत्वपूर्ण विधेयकों के साथ इसे भी पेश किया जा सकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ कई बीजेपी नेता समय समय पर वन नेशन वन इलेक्शन का समर्थन कर चुके हैं।

उमा भारती ने किया ट्वीट

अब वरिष्ठ बीजेपी नेता उमा भारती ने भी इसके पक्ष में अपना वोट दिया है। उन्होने ट्वीट करते हुए कहा कि ‘वन नेशन वन इलेक्शन का समर्थन पूरा देश करेगा क्योंकि इससे लोगों को आराम मिलेगा, खर्च कम होंगे, विकास की गति में कोई अवरोध नहीं आएगा। मेरा तो यह भी प्रस्ताव है कि लोकसभा के साथ विधानसभा और इन चुनावों के परिणाम के एक महीने के बाद स्थानीय निकायों और पंचायत व्यवस्था के चुनाव भी करा देने चाहिएl तीन महीने में समस्त चुनावी गतिविधियों को संपूर्ण करके सभी राज्यों को एवं देश को सुख से एवं निर्बाध चलने देना चाहिए। इस हेतु माननीय रामनाथ कोविंद जी की अध्यक्षता में जो समिति बनी है, मैं इन सुझावों को उन्हें भी भेजूंगी।’


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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