Vaccination MahaAbhiyan 3.0 : सीएम शिवराज ने दिए अहम निर्देश, जनता से किया ये आह्वान

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने निर्देश दिया है कि प्रत्येक जिले में कोरोना संक्रमण रोकने के लिए आवश्यक एहतियाती कदम उठाए जाएं। साथ ही जिला स्तरीय, विकास खण्ड स्तरीय, ग्राम स्तरीय और वार्ड स्तरीय क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के सदस्य जन-जागरूकता बढ़ाने की योजना पर मिलकर कार्य करें। सीएम शिवराज सोमवार को मंत्रालय में मंत्रि-परिषद के सदस्यों की उपस्थिति में विभिन्न स्तर की क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियों के सदस्यों और जन-प्रतिनिधियों को संबोधित कर रहे थे।

17 सितंबर को होगा वैक्सीनेशन महाअभियान, शिवपुरी कलेक्टर ने अभियान को सफल बनाने की अपील की

Vaccination MahaAbhiyan 3.0 : सीएम शिवराज ने दिए अहम निर्देश, जनता से किया ये आह्वान

इस दौरान उन्होने कहा कि कोरोना से बचाव में सबसे प्रभावी माध्यम है वैक्सीनेशन। इसके साथ ही मास्क के उपयोग और व्यक्तियों के बीच डिस्टेंसिंग कायम रखने से संक्रमण को रोकना आसान है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्म-दिवस पर मध्यप्रदेश में वैक्सीनेशन महाअभियान 3.0 (Vaccination MahaAbhiyan 3.0 ) आगामी 17 सितम्बर को संचालित किया जा रहा है। महाअभियान को सफल बनाने में सभी सहयोग दें। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश ने वैक्सीनेशन में रिकार्ड बनाया है। अभी भी प्रदेश में करीब 2 करोड़ लोग वैक्सीन के डोजेस लगवाने के लिए शेष हैं। इन लोगों को 17 सितम्बर को वैक्सीनेशन केंद्र तक लाने के लिए प्रेरित कर उन्हें सुरक्षा चक्र प्रदान करना है।

कोरोना को नियंत्रित करने के लिए हरसंभव प्रयास हों

सीएम शिवराज ने कोविड वैक्सीनेशन महाअभियान -3.0 के संदर्भ में प्रदेश के सभी जिलों के क्राइसिस मैनेजमेंट समूह के सदस्यों, विधायकों,सांसदों और अन्य जनप्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए उन्हें महाअभियान को सफल बनाने के लिए सक्रिय सहयोग देने का आह्वान किया। इस दौरान उन्होने कई महत्वपूर्ण बातें कही। सीएम ने कहा कि पिछले 17 माह में हमने कोरोना की दो लहरों का सामना कर तकलीफ उठाई है, कई अपने हमें छोड़कर चले गये। खतरा अभी टला नहीं है। जबलपुर में सामने आये पॉजिटिव प्रकरण चिंता का विषय हैं। हमें निश्चितं नहीं होना है। अपनी जागरूकता से तीसरी लहर को रोकना है। आने वाले समय में कई पर्व- त्यौहार सामने हैं। त्यौहारों पर हम इस तरह कार्यक्रम करें कि संक्रमण न फैले। हम सभी अनिवार्य रूप से मास्क लगाएं। यदि किसी व्यक्ति को वैक्सीन के दोनों डोज लग जाते हैं तो खतरा कम हो जाता है। आगामी 26 सितम्बर तक 100 प्रतिशत लोगों को जो वैक्सीन के पात्र हैं, उन्हें वैक्सीन का प्रथम डोज लगवाकर सुरक्षा चक्र प्रदान करना है।

सीएम ने कहा कि जनसहयोग से हमने कोरोना का मुकाबला किया है। स्वास्थ्य और स्थानीय प्रशासन अकेले यह कार्य नहीं कर सकता। कोरोना वॉलेंटियर, जन-प्रतिनिधि और नागरिक अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए वैक्सीन से छूटे लोगों को 17 सितम्बर को वैक्सीनेशन केंद्र तक लाने का कार्य करें। लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए अनुरोध करें, पीले चावल देकर वैक्सीन लगवाने का आमंत्रण दें, घर-घर संपर्क कर लोगों को वैक्सीनेशन का महत्व बतायें। वैक्सीनेशन केंद्र पर उत्सवी वातावरण बनाया जाए। सोशल मीडिया में वैक्सीन का प्रचार कर वैक्सीन लगवाने वाले सेल्फी भी पोस्ट करें। इससे अन्य लोग प्रेरित होंगे। उन्होने कहा कि प्रदेश में पर्याप्त वैक्सीन उपलब्ध हैं। प्रधानमंत्री के सहयोग से नि:शुल्क रूप से प्राप्त वैक्सीन का पूरा उपयोग किया जाए। साथ ही संक्रमण की आशंका हो तो कोई भी नागरिक सेम्पल देने में पीछे न हटे।

डेंगू नियंत्रण के प्रति भी बनें जागरूक

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि 15 सितम्बर को “डेंगू से जंग-जनता के संग” अभियान में सुबह 10 बजे से 10:30 बजे तक हर मोहल्ले में लार्वा नष्ट करने का कार्य होगा। घरों में कूलर, वाटर टेंक और आसपास गड्ढों में जमा पानी को उलटाकर स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा। उन्होने निर्देश दिए कि ग्रामीण विकास, नगरीय विकास विभाग, नगर पंचायत, नगर पालिका, नगर निगम, स्वास्थ्य विभाग और चिकित्सा शिक्षा विभाग मिलकर डेंगू से बचाव और नियंत्रण के लिए कार्य करें। आवश्यक स्थानों पर फॉगिंग भी की जाए। अनावश्यक जल जमाव के दोषी लोगों पर दण्ड लगाने की कार्यवाही की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि डेंगू के उपचार के लिए सभी जिला अस्पतालों में दस-दस बिस्तर का आइसोलेशन वार्ड बनाया जा रहा है। आयुष्मान योजना में भी डेंगू का नि:शुल्क उपचार का प्रावधान है।


About Author
श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

Other Latest News