MP News: पहले मंत्री जी ने हाथ जोड़कर समझाया, फिर दी सख्त चेतावनी, देखें वीडियो

Pooja Khodani
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कृषि मंत्री

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (MP) के कृषि मंत्री कमल पटेल (Kamal Patel)  ने किसानों (Farmers) से अपील करते हुए कहा है कि ग्रीष्मकालीन मूंग की फसल के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chauhan)के निर्देश पर 23 मार्च से MP के होशंगाबाद के तवा डैम (Tawa dam) का पानी नहरों में पानी छोड़ा गया है, इसका लाभ हरदा किसानों को मिलेगा। जितना एरिया है उतनी ही खेती करें, वरना आपका खाद और बीज खराब होगा।

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वही चेतावनी देते हुए कहा कि MP के कृषि विभाग (Agriculture Department) और जिला प्रशासन ने जितना एरिया फिक्स किया है उतनी में ही सिंचाई करे। कोई भी किसान भाई नेहर में गेट पर ना जाएं और उसे बंद करने की भी कोशिश ना करें। ध्यान रखें कानून को अपने हाथ में ना लें। हमने सख्त निर्देश दिए है ऐसा करने वालों पर कार्रवाई की जाए। अगर कोई दिक्कत है तो जनप्रतिनिध, प्रशासन और मुझे बताएं। अगर कोई किसान ऐसा करते हुए पाया गया तो कार्रवाई होगी तो मुझसे मत कहना। कानून सबके लिए बराबर है मैं कानून के साथ हूं।

कमल पटेल ने बताया कि विभागीय अधिकारियों को नीचे से ऊपर (टेल टू हेड) की ओर पानी उपलब्ध कराने के निर्देश दिये हैं। प्रतिदिन नहर में 500 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। इससे हरदा में 17 हजार 500 और टिमरनी में भी 17 हजार 500 हेक्टेयर रकबा क्षेत्र में मूँग फसल की सिंचाई की जायेगी।हरदा कलेक्टर को मोरन-गंजाल परियोजना को शीघ्र प्रारंभ और जल-संसाधन विभाग को विस्तृत सर्वे करने के निर्देश भी दिये। इस परियोजना से जिले की 69 हजार 275 हेक्टेयर भूमि सिंचित होगी। इस परियोजना का लाभ 199 गाँव के किसानों को मिलेगा।

वही कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा कि विदिशा जिले (Vidisha District) मे हार्वेस्टर की चिंगारी से गेहूं की खड़ी फसल में आग लगने की घटना सुनकर बहुत दुःख हुआ। किसानों के नुकसान की भरपाई हम करेंगे, प्रदेश सरकार करेगी।किसान भाईयों दुःख की इस घड़ी में प्रदेश सरकार आपके साथ है।अधिकारियों को निर्देशित कर दिया गया है, आपकी हरसंभव मदद की जाएगी।

 


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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