भोपाल| मध्य प्रदेश में ठण्ड ने एक बार फिर यू टर्न लिया है| कड़ाके की सर्दी ने तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। उत्तर भारत की तरफ से आ रही बर्फीली हवाओं ने प्रदेश में ठंडक घोल दी है| कही कहीं शीत लहर का भी प्रकोप है, जिसके चलते दिन और रात के तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है| शुक्रवार की रात से ही अधिक ठण्ड का असर शुरू होगया था जो शनिवार को दिन में भी रहा| जिसके चलते धुप निकलने के बाद ठंडी हवाएं कंपकपाती रही|
राजधानी में शीतलहर के चलते ठण्ड बढ़ गई है| शुक्रवार को राजधानी में रात का तापमान सामान्य से 3.4 डिग्री कम होकर 8.6 डिग्री रिकॉर्ड हुआ। यह पांच साल में फरवरी में सबसे कम है। इससे पहले फरवरी 2014 में न्यूनतम तापमान 7 डिग्री रिकॉर्ड हुआ था। इसके पहले 10 फरवरी 2012 को भोपाल का न्यूनतम तापमान 5.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ था। शनिवार को भोपाल का अधिकतम तापमान 20.4 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड हुआ, जो सामान्य से 6 डिग्री सेल्सियस कम रहा|
मौसम विभाग के अनुसार भोपाल, इंदौर, रीवा, जबलपुर, सतना, सागर, राजगढ़, शाजापुर, श्यौपुरकला, नौगांव, सिवनी, मलाजखंड में शनिवार को शीतल दिन रहा। मौसम विज्ञानियों ने ठंड के तेवर अभी और तीखे होने की संभावना जताई है। शनिवार सुबह से ही शीतलहर चलने से होशंगाबाद, इंदौर और उज्जैन में तापमान में गिरावट आई है। इन स्थानों पर 10 डिग्री से कम और अधिकतम तापमान सामान्य से 4.5 डिग्री कम होने की संभावना है। बादल छंटने से तापमान में गिरावट आई है। अभी पूरे प्रदेश में कोई सिस्टम नहीं है। हवाओं का रुख उत्तर पश्चिमी हो गया है। इस कारण तापमान में गिरावट आ रही है। आगामी एक-दो दिन में तापमान में एक-दो डिग्री की गिरावट और आ सकती है। मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ के असर से पिछले दिनों उत्तर भारत में जबरदस्त बर्फबारी हुई है। इसके अतिरिक्त पिछले दिनों कई स्थानों पर बरसात के साथ ही ओलावृष्टि भी हुई है। साथ ही पश्चिमी विक्षोभ का असर समाप्त होते ही हवा का रुख उत्तरी हो गया है। जिसके चलते बर्फीली हवाओं ने प्रदेश में ठिठुरन बढ़ा दी है।