Health: भारतीय संस्कृति में महिलाओं के 16 श्रृंगार की अहमियत बहुत अधिक है। खासकर शादीशुदा महिलाओं के लिए बिंदी, चूड़ियां और पायल जैसे श्रृंगार केवल सुंदरता में ही नहीं बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी माने जाते हैं। आयुर्वेद के अनुसार माथे पर लगाई जाने वाली बिंदी से तनाव कम करने में मदद मिलती है।
यह तनाव को कंट्रोल करने में मदद करती है और मानसिक शांति प्रदान करती है। बिंदी लगाने से न केवल आपकी सुंदरता में इजाफा होता है। बल्कि यह आपकी मानसिक स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाती है। डॉक्टर का कहना है की बिंदी की तरह ही ऐसे ही छोटे-छोटे उपाय हमारी रोजमर्रा की जिंदगी में बड़ी सकारात्मकता ला सकते हैं। चलिए आगे इस आर्टिकल के जरिए हम समझते हैं कि कैसे बिंदी लगाने से तनाव को कम किया जा सकता है।
आजना चक्र
एक्सपर्ट के अनुसार माथे के जिस पॉइंट पर हम बिंदी लगाते हैं। उसे अजना चक्र कहा जाता है। यह हमारे शरीर का छोटा और सबसे शक्तिशाली चक्र माना जाता है। आजना चक्र की अंतर्ज्ञान, मानसिक स्पष्ट और ध्यान केंद्रित करने की क्षमता को बढ़ाता है। जब हम इस पॉइंट पर बिंदी लगाते हैं, तो यह न केवल हमारी सुंदरता को बढ़ाता है। बल्कि मानसिक तनाव को कम करने और भावनात्मक संतुलन बनाए रखने में भी मदद करता है इसके अलावा यह हमारी मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने और आत्मविश्वास को बढ़ाने में सहायक होता है।
आजना चक्र और बिंदी
यह आजना चक्र सिर, आंखों, मस्तिष्क और पिट्यूटरी ग्लैंड को घेरता है। यह चक्र शरीर के महत्वपूर्ण अंगों और ग्रंथियां से जुड़ा होता है। जिससे यह मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को प्रभावित करता है। जब हम बिंदी का उपयोग करते हैं, तो यह चक्र सक्रिय होता है जिससे न केवल हमारी स्पष्ट बढ़ती है बल्कि आत्मा की शांति और संतुलन भी प्राप्त होता है। इस प्रकार बिंदी केवल सजावट नहीं है, बल्कि यह हमारे स्वास्थ्य और कल्याण के लिए भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
तीसरी आंख का दबाव और स्वास्थ्य लाभ
क्योंकि जब महिलाएं बिंदी लगाती है तो वह बिंदी लगाने के दौरान जिस पॉइंट पर बिंदी लगाती है उसे हल्का सा दबाती हैं। बिंदी को अच्छी तरह से चिपकाने के लिए उस पर थोड़ा प्रेशर डालना पड़ता है। यह पॉइंट तीसरी आंख के रूप में जाना जाता है जो मानसिक स्वास्थ्य और ऊर्जा का केंद्र भी होता है। जब रोज इस पॉइंट पर दबाव पड़ता है, तो इससे तनाव में कमी, मानसिक स्पष्टता और शांति मिलती है। इसके अलावा यह बिंदिया हमारे मस्तिष्क और ग्रंथियां को सक्रिय कर सकती है। जिससे शरीर में ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है। इस तरह बिंदी का उपयोग केवल एक सजावट नहीं बल्कि स्वास्थ्य लाभ का एक साधन भी है।
मानसिक शांति और स्वास्थ्य के लाभ
जब महिलाएं रोजाना बिंदी लगाती हैं तो इससे न सिर्फ मानसिक शांति मिलती है। बल्कि डिप्रेशन को दूर करने में भी मदद मिलती है। बिंदी लगाने से मेमोरी और फोकस में सुधार होता है। जिससे ध्यान केंद्रित करना आसान हो जाता है। इसके अलावा यह सिर दर्द को भी कम करने में सहायक होती है। क्योंकि बिंदी लगाने से तीसरी आंख के पॉइंट पर हल्का दबाव पड़ता है, जो तनाव और थकान को दूर करने में मददगार साबित होता है।
सौंदर्य और स्वास्थ्य का राज
माथे पर बिंदी लगाने से न केवल चेहरे की सुंदरता बढ़ती है बल्कि स्किन को जवां बनाए रखने में भी मदद मिलती है। इसके नियमित उपयोग से साइनस की समस्या से आराम मिलता है और आंखों की रोशनी में भी सुधार हो सकता है। यह छोटी सी बिंदी स्वास्थ्य के लिए कई फायदे लेकर आती है, जो आयुर्वेदिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण मानी जाती है।
Disclaimer- यहां दी गई सूचना सामान्य जानकारी के आधार पर बताई गई है। इनके सत्य और सटीक होने का दावा MP Breaking News नहीं करता।