Parenting Tips: पेरेंटिंग का असल उद्देश्य बच्चों को सही दिशा में मार्गदर्शन देना और उनके साथ एक मजबूत स्वस्थ रिश्ता बनाना है। इसके लिए यह जरूरी है, कि आप अपने बच्चों के साथ समय बिताएं, उनकी भावनाओं को समझें और उनके विचारों का सम्मान करें।
बच्चों से हर दिन गहरे और अर्थपूर्ण सवाल पूछने से न केवल उनका आत्मविश्वास बढ़ता है, बल्कि वह अपने विचारों और भावनाओं को अधिक स्पष्ट रूप से व्यक्त करने में सक्षम होते हैं। कुछ सवाल बच्चों को सोचने और अपनी बातों को खुलकर साझा करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं, जिससे उनके मानसिक विकास में मदद मिलती है और रिश्तों में मजबूती आती है।
पहला सवाल
आप अपने बच्चों से रोजाना यह सवाल पूछ सकते हैं, कि ‘आज आपने दूसरों के लिए क्या किया?’ यह सवाल बच्चों से रोजाना पूछने से उनके मन में दयालुता और सहानुभूति की भावना विकसित होती है। यह सवाल उन्हें अपने आसपास के लोगों की मदद करने के लिए प्रेरित करता है और उनके दिल में दूसरों के प्रति संवेदनशीलता पैदा करता है। जब बच्चे किसी की मदद करते हैं, तो उनकी सराहना करना उन्हें और अधिक सकारात्मक कार्यों के लिए प्रेरित करता है। यह न केवल बच्चों को काइंडनेस सिखाने का प्रभावी तरीका है, बल्कि उन्हें जीवन में अच्छे इंसान बनने की दिशा में भी मार्गदर्शन करता है।
दूसरा सवाल
दूसरा सवाल आप अपने बच्चों से यह पूछ सकते हैं कि ‘आज आपको क्या इंटरेस्टिंग पता चला?’ यह सवाल बच्चों से रोजाना पूछने से उनकी जिज्ञासा और सीखने की प्रवृत्ति को बढ़ावा मिलता है। बच्चों का मानसिक विकास तेजी से होता है और वह हर दिन कुछ नया जानने की कोशिश करते हैं। जब आप उनसे यह सवाल पूछते हैं, तो फिर अपने अनुभवों और नई जानकारी को आपके साथ साझा करते हैं, जिससे उनका आत्मविश्वास बढ़ता है। यह सवाल उन्हें नए विचारों और ज्ञान के प्रति आकर्षित करता है और उन्हें जीवन भर सीखने की आदत डालने में मदद करता है।
तीसरा सवाल
तीसरा सवाल आप अपने बच्चों से दिन भर में यह पूछ सकती हैं कि ‘आपके लिए पूरे दिन में सबसे खुशी का पल कौन सा था?’ यह सवाल बच्चों से पूछने का तरीका उन्हें अपनी दिनचर्या में खुशियों को पहचानने और सराहने की आदत डालता है। जब आप बच्चों से उनके खुशहाल पलों के बारे में पूछते हैं, तो वह उन सकारात्मक अनुभवों को याद करते हैं, जो उनके दिन को खास बनाते हैं। यह सवाल न केवल उनके आत्मविश्वास को बढ़ाता है, बल्कि उन्हें जीवन में छोटी-छोटी खुशियों की कदर करने की भी प्रेरणा देता है। इस प्रकार के सवाल बच्चों को मानसिक रूप से मजबूत बनाने में मदद करते हैं और उनके भीतर सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करते हैं।