Biotin : बायोटिन नाम का का विटामिन बालों को स्वस्थ और स्किन को चमकदार बनाता है। जब स्किन या बालों की समस्या होती है, तो ज्यादातर चिकित्सक बायोटिन की गोली लेने की सलाह देते हैं। हालांकि कई महिलाएं बालों और त्वचा की समस्या ना होते हुए भी इन्हें स्वस्थ रखने के लिए इसके सप्लीमेंट्स लेती हैं। पर इसके इस्तेमाल से पहले यह जानना भी जरूरी है कि असल में बायोटिन है क्या और इसकी कमी कैसे दूर की जा सकती है।
दरअसल, बायोटिन, एक विटामिन है जो बी कॉम्प्लेक्स समूह का हिस्सा है। यह भोजन में पाए जाने वाले कुछ पोषक तत्वों को ऊर्जा में बदलने में मदद करता है। साथ यही बालों, त्वचा और नाखूनों को स्वस्थ बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। कार्बोहाइड्रेट और फैट मेटाबोलिज्म में भी इसका अहम योगदान है।
जानें, कमी है या नहीं
बायोटिन विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थों में मौजूद होता बा है, इसलिए शरीर में इसकी कमी बहुत कम होती है। अधिकतर, बायोटिन की आवश्यकता को स्वस्थ आहार से अनुकूलित किया जाता है। हालांकि कमी के लक्षण धीरे-धीरे शुरू होते हैं और समय के साथ बढ़ सकते हैं।
शरीर में अगर इसकी कमी आती है, तो बाल पतले व झड़ने लगते हैं। आंख, नाक, मुंह और गुदा सहित शरीर के छिद्रों के आसपास पपड़ीदार और लाल चकत्ते हो सकते हैं। थकावट, टूटे हुए नाखून, जोड़ों में दर्द आदि भी इसकी कमी के कारण हो सकते हैं।
इन्हें करें आहार में शामिल
– प्रोटीन का सेवन पर्याप्त मात्रा में (0.8 से 1 ग्राम प्रोटीन प्रतिदिन शरीर के प्रति किलोग्राम वज़न के मुताबिक़) के साथ बायोटिन की कमी को पूरा कर सकता है, जो बालों से संबंधित समस्या के लिए लाभदायक भी हो सकता है।
– कम वसा वाले दूध और दूध उत्पाद जैसे दही व पनीर औ फलियां, दालें, सोयाबीन, अंडा, मछली, मांस जैसे प्रोटीन समृद्ध खाद्य पदार्थों के साथ बायोटिन वाले खाद्य पदार्थों को नियमित रूप से आहार में शामिल करें।
ये हैं बायोटिन के प्राकृतिक स्रोत
बायोटिन को मानव शरीर संश्लेषित बा (सिंथेसाइज) मनहीं का सकता और इसलिए इसे आहार स्रोतों के माध्यम से लेना आवश्यक है। जिन खाद्य पदार्थों में बायोटिन उच्च मात्रा में पाया जाता है वो हैं दाल और फलियां, मछली, अंडे की जर्दी, पनीर, सोयाबीन, मूंगफली, हरी पत्तेदार सब्जियां, फूलगोभी, मशरूम, नट और बीज जैसे सूरजमुखी के बीज। किशोरों और वयस्कों को प्रतिदिन 30 से 100 माइक्रोग्राम बायोटिन लेना चाहिए।
वहीं सम्लीमेंट्स की बात करें, तो आहार से जो बायोटिन मिलता है, वह शरीर के लिए पर्याप्त होता है। इसके अलावा आंत के बैक्टीरिया कुछ बायोटिन का उत्पादन करते हैं, इसलिए आंत को स्वस्थ रखना भी जरूरी है। चूंकि यह पानी में घुलनशील विटामिन है, इसलिए शरीर में बायोटिन की अधिकता नहीं हो सकती। पर इसका यह मतलब भी नहीं है कि बायोटिन के सप्लीमेंट्स का सेवन करना सुरक्षित है। विशेषज्ञ मानते हैं कि सप्लीमेंट का सेवन चिकित्सकीय देखरेख में ही होना चाहिए क्योंकि इसके अधिक सेवन से कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
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