ADHD: बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री आलिया भट्ट इन दिनों अपनी आने वाली फिल्म जिगरा को लेकर काफी चर्चाओं में बनी हुई है। आलिया भट्ट अपनी बेहतरीन अदाकारी के लिए जानी जाती हैं और उनके इस प्रोजेक्ट का फैंस बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
हाल ही में आलिया ने पेरिस फैशन वीक में अपने स्टाइलिश अंदाज से सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा, जिससे वह लगातार सुर्खियों में बनी हुई है। इससे यह स्पष्ट होता है कि आलिया भट्ट न सिर्फ बेहतरीन अदाकारी के लिए बल्कि फैशन को लेकर भी चर्चा में बनी रहती हैं।
आलिया भट्ट ने किया खुलासा
आपको बता दें, हाल ही में आलिया भट्ट ने अपने एक इंटरव्यू में इस बात का खुलासा किया है कि उन्हें बचपन से अटेंशन डिफिसिट डिसऑर्डर (attention deficit hyperactivity disorder) है, जो एक दुर्लभ मानसिक स्थिति होती है। आलिया ने बताया कि इस डिसऑर्डर के कारण वह 45 मिनट से ज्यादा देर तक मेकअप चेयर पर नहीं बैठ सकती। इसका यह मतलब है कि अटेंशन डिफिसिट डिसऑर्डर में व्यक्ति लंबे समय तक एक किसी काम पर ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई महसूस करता है। चलिए समझते हैं इसके क्या-क्या लक्षण है और कैसे इससे बचाव किया जा सकता है।
ADHD की समय पर करें पहचान
अटेंशन डिफिसिट हाइपर एक्टिविटी डिसऑर्डर (ADHD) एक न्यूरोडेवलपमेंटल स्थित है, जो बचपन में शुरू होती है और एडल्ट तक बनी रहती है। इस स्थिति में व्यक्ति में असावधानी, अत्यधिक सक्रियता और इंपल्सिव व्यवहार के लक्षण दिखाई देते हैं, जो उनके दैनिक कार्यों और जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित करते हैं। ADHD के कारणों और लक्षणों को समझना बेहद जरूरी है। ताकि समय पर पहचान की जा सके और उचित समाधान भी किया जा सके।
ADHD के कारण
ADHD के लिए जेनेटिक्स भी जिम्मेदार हो सकता है। जिन बच्चों के परिवार में ADHD का इतिहास होता है, उनमें इस विकार के होने की संभावना थोड़ी ज्यादा होती है। यानी अगर आपके माता-पिता या दादा-दादी इस समस्या से पीड़ित है तो बच्चों में भी इसका खतरा बढ़ सकता है।
ADHD के लिए न्यूरोलॉजिकल कारण भी जिम्मेदार है इस विकार से पीड़ित व्यक्तियों की मस्तिष्क की संरचना और कामकाज में बदलाव देखा जा सकता है, खासकर उन हिस्सों में जो ज्ञान और नियंत्रण से जुड़े होते हैं। यही कारण होता है कि उन्हें ध्यान केंद्रित करने और नियंत्रण बनाए रखने में मुश्किल होती है।
ADHD के लक्षण
1. ADHD से पीड़ित व्यक्ति किसी भी कार्य या खेल गतिविधियों में लंबे समय तक ध्यान केंद्रित नहीं कर पाते हैं। वह जल्दी ही अपना ध्यान भटकाते हैं।
2. स्कूल के काम या किसी अन्य कार्य में लापरवाही से गलतियां करते हैं क्योंकि उनका ध्यान केंद्रित नहीं रहता है।
3. उन्हें किसी भी व्यक्ति से सीधी बात करते समय सामने वाले की बातों पर ज्यादा ध्यान नहीं देते हैं और उनकी बातें अनसुनी कर देते हैं।
4. ऐसे व्यक्तियों को अपनी दिनचर्या और कार्यों को सही तरीके से व्यवस्थित करना मुश्किल होता है। वे चीजों को सही तरीके से करने में असमर्थ होते हैं।
5. जहां किसी कार्य के लिए बहुत ध्यान और मानसिक मेहनत की जरूरत होती है वहां ऐसे लोग उसे कार्य से बचने की कोशिश करते हैं
6. अपने महत्वपूर्ण सामान जैसे किताबें, डॉक्यूमेंट, खिलौने या अन्य चीज अक्सर खो देते हैं, क्योंकि वह चीजों को संभालकर रखने में असमर्थ होते हैं।
7. चाहे खेल हो या फिर बातचीत अपनी बारी का इंतजार करना उनके लिए थोड़ा मुश्किल होता है और वह जल्दबाजी में अपने विचार या कार्य करने की कोशिश करते हैं।
8. अक्सर ऐसे लोग बिना सवाल पूरा सुने ही जवाब देने के लिए उत्सुक रहते हैं जिससे उनकी बातचीत प्रभावित होती है।