Skeletal Fluorosis : चाय आजकल लोगों के लिए फैशन बन चुका है। हर गली मोहल्ले में चाय की एक छोटी सी टपरी खोलकर वहां पर नव युवकों की काफी भीड़ देखने को मिलती है लेकिन क्या आपको मालूम है जरूरत से ज्यादा चाय पीना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक माना जाता है क्योंकि यह आपके फेफड़े को नुकसान पहुंचाता है। तो चलिए आज के आर्टिकल में हम आपको चाय से होने वाले नुकसान या इससे होने वाली गंभीर बीमारी से रूबरू करवाते हैं जो कि आपके लिए जानना बेहद जरूरी है। साथ ही, आपको इस बीमारी के लक्षण भी बताते हैं जो आपके लिए खतरा पैदा कर सकता है।
स्केलेटल फ्लोरोसिस
दरअसल, जरूरत से ज्यादा चाय पीने से स्केलेटल फ्लोरोसिस जैसी बीमारी हो सकती है। जब हम जरूरत से ज्यादा चाय पीने लगते हैं चाहे वह कोई सा भी मौसम हो, तब हमें इस बीमारी के होने का ज्यादा खतरा बन जाता है। बता दें खाली पेट चाय का सेवन करना स्वास्थ्य के लिए बहुत ही ज्यादा हानिकारक होता है। इससे हमारे हड्डियों में मिनरल्स की कमी हो जाती है। इसकी मात्रा बढ़ने से हड्डियों में काफी ज्यादा परेशानी आने लगती है, जिससे इस बीमारी का खतरा कई गुना ज्यादा बढ़ जाता है। इसलिए चाय का सेवन समय और अपनी क्षमता के हिसाब से करनी चाहिए ताकि इस बीमारी से बचा जा सके।
लक्षण
- पेट भारी रहना
- घुटनों के आसपास सूजन
- झुकने या बैठने में परेशानी
- दांतों में अत्यधिक पीलापन
- कंधे, हाथ और पैर के जोड़ों में दर्द
- कम उम्र में बुढ़ापे का लक्षण नजर आना
- हाथ-पैर का आगे या पीछे की ओर मुड़ जाना
जोड़ों में दर्द
स्केलेटल फ्लोरोसिस एक क्रोनिक मेटाबोलिक हड्डी और जोड़ों की बीमारी है जो या तो पानी के माध्यम से या स्थानिक क्षेत्रों के खाद्य पदार्थों से बड़ी मात्रा में फ्लोराइड लेने के कारण होती है। फ्लोराइड एक संचयी विष है जो हड्डी के ऊतकों की अभिवृद्धि और पुनर्जीवन को बदल सकता है। इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति को गठिया यानी अर्थराइटिस जैसा दर्द महसूस होता है। साथ ही, कमर दर्द, हाथ-पैरौं में दर्द और जोड़ों में दर्द की शिकायत सामने आने लगती है।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं। एमपी ब्रेकिंग न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो डॉक्टर से सलाह लें।