Orange Peel : संतरा विटामिन सी का बहुत अच्छा स्रोत होता है, जो हमारे शरीर के लिए बहुत जरूरी होता है। यह हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है और संक्रमण से लड़ने में सहायक होता है। साथ ही, संतरा में कैल्शियम भी होता है जो हड्डियों और दाँतों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इसके अलावा, संतरा फाइबर, एंटीऑक्सिडेंट्स और अन्य पोषक तत्वों का भी अच्छा स्रोत है लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसके छिलके चेहरे पर लगाने से ग्लो आता है। तो चलिए आज हम आपको इससे फेस पैक तैयार करने की आसान विधि बताते हैं…
संतरे के छिलके और दही
संतरे के छिलके में भी कई पोषक तत्व होते हैं जो त्वचा के लिए फायदेमंद हो सकते हैं। इसके लिए आप एक छिलके को धूप में सुखा कर उसको पीस लीजिए और उसमें थोड़ा सा दही मिला कर फेस पैक की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं। यह फेस पैक त्वचा को मोइस्चराइज़ करने में मदद कर सकता है और त्वचा के लिए एक्सफोलिएट करने में भी सहायक होता है। छिलके में विटामिन सी भी होता है, जो त्वचा को निखारने और उसकी रोशनी बढ़ाने में मदद कर सकता है।
संतरे के छिलके, हल्दी और शहद
संतरे के छिलके में विटामिन सी, हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण और शहद में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। इन तत्वों को मिलाकर एक पेस्ट तैयार करके आप इसे त्वचा पर लगा सकते हैं। शहद के एंटीबैक्टीरियल गुण से त्वचा के अंदर की बैक्टीरिया को खत्म किया जा सकता है और हल्दी के एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण त्वचा के दाग-धब्बों को कम कर सकते हैं। संतरे के छिलके का विटामिन सी त्वचा की चमक बढ़ा सकता है।
संतरे के छिलके, मुल्तानी मिट्टी और गुलाब जल
संतरे के छिलके में विटामिन सी होता है तो वहीं मुल्तानी मिट्टी त्वचा के लिए रामबाण माना जाता है और गुलाब जल त्वचा को ठंडा के साथ ही ताजगी देने में मदद करता है। इन तीनों को मिलाकर एक पेस्ट बनाएं और इसे त्वचा पर लगाएं।
संतरे के छिलके का पाउडर और नींबू का पैक
संतरे के छिलके का पाउडर और नींबू का पैक त्वचा के लिए बहुत अच्छा होता है। बता दें कि नींबू में विटामिन सी और एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं जो त्वचा को निखारने में मदद करते हैं और चेहरे की चमक को बढ़ाते हैं। आप इन दोनों को मिलाकर एक पेस्ट तैयार कर सकते हैं और इसे त्वचा पर लगा सकते हैं।
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)