बरसात के मौसम में अपनाएं यह तरीके, बच्चों के भोजन में शामिल करें यह चीज़ें, रखें स्वस्थ

Sanjucta Pandit
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monsoon diet tips for children in Hindi

Parenting Tips : जल्द ही मानसून दस्तक देने वाला है। बता दें कि बरसात अपने साथ कई बीमारियां भी लाता है। मानसून का महीना जहां एक ओर प्राकृतिक सुंदरता और ताजगी लाता है तो वहीं दूसरी ओर कुछ बीमारियों के बढ़ने की आशंका भी होती है। इस मौसम में कुछ बीमारियां ऐसी होती हैं जो लोगों को परेशान कर सकती हैं जैसे कि मलेरिया, डेंगू, टाइफाइड, कमर दर्द, बुखार, सर्दी और खांसी आदि। ऐसे मौसम में परिवार का खास ख्याल रखने की जरुरत होती है। तो चलिए आज के आर्टिकल में हम आपको आपके बच्चों के लिए सही डाइट और कुछ अन्य उपाए के बारे में विस्तार से बताएंगे, जिससे वो स्वस्थ रहेंगे।

monsoon diet tips for children in Hindi

जंक फूड ना खाने दें

ऐसे मौसम में बच्चों को स्ट्रीट फूड और जंक फूड की जगह स्वस्थ आहार खिलाना अत्यंत महत्वपूर्ण है। जंक फूड और स्ट्रीट फूड में ज्यादा तेल, चीनी, नमक और मसाले होते हैं जो कि शरीर के लिए नुकसानदायक होता है। इससे वजन, मानसिक तनाव, अवसाद, डायाबिटीज, हृदय रोग और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती है। इसलिए आपको घर पर ही अपने बच्चों के लिए पौष्टिक भोजन बनाना चाहिए। जैसे कि आप घर पर समोसे, धोकले, सैंडविच, फ्रूट चाट, परांठे, फ्रेश जूस आदि बनाएं। इसके अलावा, बच्चों को फलों और सलाद खिलाएं।

बासी खाना करें अवॉयड

रात का बचा हुआ बासी खाना बच्चों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता हैं। इसलिए बचा हुआ खाना कम समय तक ही रखें। कोशिशि करें कि जब खाना हो तभी खाना बनाएं और खासकर फलों को तो ताजा ही खाएं। यदि आप उन्हें स्टोर करना चाहते हैं तो उसे अच्छी तरह से धो लें। जिसके बाद उसे फ्रिज में अच्छे से रखें। अपने बच्चे को स्वस्थ रखने के लिए हमेशा ताजा, स्वच्छ और गर्म खाना ही खिलाएं।

विटामिन सी से भरपूर भोजन खिलाएं

बच्चों के अंदर इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए को विटामिन सी से भरपूर भोजन खिलाएं जो कि रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है। साथ ही, यह बच्चों के ब्रेन, आंखों, दांतों और हड्डियों के लिए भी फायदेमंद होता है। बता दें कि विटामिन सी संतरा, नींबू, सेब, अमरूद, आंवला और केल जैसे फलों और हरी सब्जियों में पाया जाता है। इसके अलावा, आप अन्य पोषक तत्वों से भरपूर आहार भी खिला सकते हैं।

बारिश में भीगने से बचाएं

बच्चों को बारिश में भीगने से बचाएं। बहुत जरुरी हो तब ही उन्हें घर से बाहर भेजें। इसके लिए छाते, रेनकोट का उपयोग करें। यदि वो बाहर हैं ऐसे में अचानक बारिश हो जाएं और वो भींग जाए तो उन्हें पहले घर में गुनगुने पानी से नहलाएं। जिसके बाद उनके बालों को अच्छे से सुखा दें। साथ ही, उन्हें गर्म कपड़े दें।

गीले डायपर ना पहनाएं

बच्चों को बारिश और सर्दी के मौसम में गीले डायपर नहीं पहनाना चाहिए। जब बच्चे बारिश में गीले डायपर पहनते हैं तो उनकी स्किन पर रैशेज हो सकती हैं और इससे इंफेक्शन का खतरा बढ़ सकता है। इसलिए, बच्चों की नैपी को नियमित अंतराल पर बदलना चाहिए, खासकर जब वे गीली या गंदी हो जाए।

मच्छरदानी का करें इस्तेमाल

मच्छर काटने से नवजात शिशु को परेशानियां हो सकती हैं। इसलिए आप मच्छरदानी का इस्तेमाल करें। रात के समय मच्छर ज्यादा परेशान करते हैं ऐसे में बच्चे को पूरी तरह से ढककर रखें। कुछ नेचुरल उपाय से भी मच्छरों को दूर करने में मदद कर सकते हैं। जैसे नींबू के रस को बच्चे के शरीर पर मलने से मच्छर दूर रह सकते हैं।

(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)


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मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है।पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।

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