गर्मियों में कितना फायदेमंद होता है पुदीना, जानकर हो जाएंगे हैरान

Pooja Khodani
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mint leaf

हेल्थ, डेस्क रिपोर्ट।Benefits Of Mint Leaf गर्मियों में हरी भरी पुदीना की गड्डी देखकर ही ठंडक मिल जाती है। सोचिए जब पुदीने को अलग अलग अंदाज में खाया या पिया जाएगा तब पुदीना क्या असर करेगा। पुदीना की चटनी, पना या फिर चाय बनाकर पिएं।

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जैसे चाहें इन हरी पत्तियों का सेवन गर्मियों में जरूर करें,  क्योंकि ये कई तरह की परेशानियों से बचाता है। पुदीना और केरी का कॉम्बिनेशन तो गर्मी से लड़ने में बहुत कारगर होता है, इसलिए जलती तपती गर्मी में जब भी घर से बाहर निकलें पुदीना से बनी कोई चीज खाकर या पीकर जरूर जाएं।

चलिए जानते हैं किन परेशानियों से आपको बचाता है पुदीना

लू से बचाव- गर्मी की दोपहरी में अगर गर्म हवा के थपेड़ों से बचना है तो पुदीने की पत्ती खाएं या केरी पुदीना का पना पीकर निकलें। लू से आपका काफी हद तक बचाव होगा।

मुंह की बदबू होगी दूर- गर्मियों में गला और मुंह बार बार सूखता है। इस वजह से मुंह से दुर्गंध आने लगती है। मुंह की बदबू हटाने में भी पुदीना की पत्तियां काम आती हैं। वैसे तो मिंट से बनी कैंडी और च्विंग गम भी बाजार में मिलती है, लेकिन गर्मियों में सीधे पुदीने की पत्तियां चबाकर आप मुंह की बदबू से निजात पा सकते हैं।

चेहरे पर ठंडक- पुदीने के पत्तों को पीसकर चेहरे पर इसका पेस्ट लगाएं। गर्मी ने आपके चेहरे को जितना नुकसान पहुंचाया होगा, उसकी जितनी चमक छीनी होगी। पुदीना के पत्ते से वो सब वापस मिल सकती है। इससे चेहरे की गंदगी भी साफ होती है।

खाना पचाने में मददगार- गर्मी में खाना खाने के बाद अक्सर पेट बहुत भरा भरा सा लगता है। घबराहट भी महसूस होती है, उससे बचने के लिए खाने के बाद पुदीने की कुछ पत्तियां चबा लें। इससे डाइजेशन ठीक रहेगा। कॉन्सटिपेशन की परेशानी भी दूर होगी। आप पुदीने में प्याज का रस और नींबू की कुछ बूंदे मिलाकर भी पी सकते हैं।

उल्टी रोकने में कारगर- पुदीना उल्टी की समस्या को भी दूर करता है। ज्यादा उल्टियां हो रही हों तो पुदीने के पत्ते चबाएं। चाहें तो पुदीने का पानी पिएं। ये शरीर को हाइड्रेट भी रखता है।


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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