काली मिर्च खाने से दूर हो सकती हैं सेहत से जुड़ी कई समस्याएं, जानिए कैसे करना है सेवन

Pooja Khodani
Published on -
black paper

हेल्थ, डेस्क रिपोर्ट। भारतीय घरों में खाने में स्वाद और तीखापन बढ़ाने के लिए उपयोग की जाने वाली काली मिर्ची में कई औषधियां गुण मौजूद होते हैं, हालांकि बहुत ही कम लोग इस तीखी मिर्ची के औषधियां गुणों से वाक़िफ होंगे। सर्दियों के मौसम खांसी जुकाम से बचने के लिए लोग इसको चाय या काढ़े में मिलाकर सेवन करते हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि रोजाना सिर्फ काली मिर्ची के सेवन मात्र से आप कई घातक बीमारियों से बच सकते हैं और सेहत अच्छी रख सकते हैं।

तो आइए जानते है काली मिर्ची के सेवन से होने वाले फायदे

  • अगर आप को किसी भी मौसम में सर्दी जुकाम की समस्या हो रही है तो आप काली मिर्च और गुड़ का काढ़ा बना कर पी सकते हैं, ये आपके शरीर के लिए काफी फायदेमंद होगा।
  • भारतीय मसालों में स्वाद के साथ साथ कई औषधियां गुण मौजूद होते हैं जिसकी वजह से काली मिर्च को खाने में मिलाकर या किसी भी तरह खाने से आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
  • काली मिर्च के निरंतर सेवन से आप कैंसर जैसी घातक बीमारियों से काफी हद तक बच सकते हैं।
  • काली मिर्च को नियमित रूप से खाने से आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता तो बढ़ती है, साथ ही साथ वजन घटाने में भी सहायक है।
  • ज्यादा स्ट्रेस और टेंशन लेने से बॉडी में कैमिकल रिएक्शन होते हैं, जो टॉक्सिन्स जैसी समस्या को जन्म देते हैं। लेकिन काली मिर्च के सेवन से आप इस समस्या से बच सकते हैं।
  • ब्लैक पेपर के खाने से बालों का झड़ना, रुसी, फंगस जैसी समस्या से बच सकते हैं।

कैसे खाएं तीखी काली मिर्ची

  • अगर आपको सांस से संबंधित समस्याएं बनी रहती हैं और आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता खत्म हो गई है, तो आप एक चम्मच हल्दी में शहद मिलाकर काली मिर्च खा लें। ऐसा करने पर आपकों मिर्ची का तीखापन कम लगेगा।
  • सांस लेने में हो रही समस्या से भी राहत मिलेगी। आप काली मिर्च का सेवन रोजाना के खाने पीने के समान में भी मिला कर सकते हैं। जैसे आटे के लड़्डू बनाकर, टोस्ट और सैंडविच में मिलाकर, बेसन के चीले में मिलाकर या पुलाव में डालकर।

About Author
Pooja Khodani

Pooja Khodani

खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

Other Latest News