Paneer Side Effects : पनीर सारे वेजिटेरियन की फेवरेट डिश में से एक होती है लोग अक्सर पार्टी, रेस्टोरेंट में पनीर खाना पसंद करते हैं। लोग इस तरह-तरह से बना कर तैयार करते हैं जैसे मटर पनीर, पनीर मसाला, पनीर टिक्का आदि। वहीं, यदि घर पर मेहमान भी आ जाए तो लोग पनीर बनाकर खिलाना उचित समझते हैं। बता दें कि पनीर दूध से बना एक खाद्य पदार्थ होता है। इसे दूध को गरम करके उसमें एसिड या एनजाइम का उपयोग करके क्रूस्ट करके तैयार किया जाता है। फिर इसको थोड़ी देर तक छाना जाता है ताकि पनीर बचे। यह प्रोटीन, कैल्शियम और कई न्यूट्रीशन के लिए एक अच्छा स्रोत होता है लेकिन क्या आप जानते हैं इसे खाने से हमारे शरीर को नुकसान भी पहुंचता है। यदि नहीं तो चलिए आपको यहां विस्तार से बताते हैं।
पनीर एक अच्छा प्रोटीन स्रोत होता है, जिसमें कैल्शियम, फॉस्फोरस और अन्य मिनरल्स भी पाए जाते हैं, जो हड्डियों और दांतों के स्वास्थ्य के लिए बहुत महत्त्वपूर्ण होते हैं। इसमें विटामिन डी भी होता है, जो कैल्शियम को शरीर में सोखने में मदद करता है और हड्डियों को मजबूती देता है। इसके अलावा, यह एंटीऑक्सीडेंट्स का भी अच्छा स्त्रोत होता है जो शरीर को विभिन्न बीमारियों से बचाने में मदद करते हैं। इसका सेवन शाकाहारी और मांसाहारी दोनों ही लोग कर सकते हैं।
जानें इसके नुकसान
- कुछ लोगों को पनीर में पाए जाने वाले प्रोटीन या लैक्टोज की समस्या हो सकती है। यह पेट की समस्याओं जैसे कि उल्टी, दस्त, पेट दर्द या गैस की समस्या उत्पन्न कर सकती है।
- कुछ लोगों को लैक्टोज इंटॉलरेंस हो सकती है, जिससे उन्हें दूध से बने उत्पादों को पाचने में परेशानी होती है।
- कुछ लोगों को प्रोटीन की अधिक मात्रा में लेने से पेट में अस्वस्थता की समस्या हो सकती है, जो उल्टी या दस्त के रूप में होती है।
- कई लोगों को डेयरी प्रोडक्ट्स से एलर्जी होती है, जिसमें पनीर भी शामिल है। इससे आगे चलकर आपको परेशानी हो सकती है।
- पनीर में अधिक मात्रा में वसा और अल्प तेल होता है, जो अधिक खाने से शरीर में वसा जमा सकता है और इससे ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है।
- वहीं, पनीर में सतुरेटेड फैट और कोलेस्ट्रॉल की अधिक मात्रा होती है, जो हार्ट से जुड़ी समस्याओं के जोखिम को बढ़ा सकती है।
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)