सर्दियों में बथुआ को डेली डाइट में करें शामिल, कई गंभीर बीमारियों से मिलेगा छुटकारा

Sanjucta Pandit
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Bathua Benefits In Winter : बथुआ न केवल एक स्वादिष्ट सब्जी है, बल्कि यह आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर भी होता है। बथुआ में विटामिन्स, मिनरल्स, और एंटीऑक्सीडेंट्स की भरपूर मात्रा होती है, जो शरीर के लिए फायदेमंद होती है। इसमें विटामिन A, C और कैल्शियम समेत कई विटामिन्स और मिनरल्स होते हैं, जो रोगों से लड़ने में मदद करते हैं। बथुआ के सेवन से आंतों की सफाई होती है, पाचन तंत्र सुधरता है और शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है। इसके साथ ही बथुआ अल्सर, कब्ज और वातरोग में भी लाभकारी होता है। इसे आलू के साथ मिलाकर परांठे बनाकर खाना स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा होता है, क्योंकि यह स्वादिष्ट भी होता है और सेहत के लिए फायदेमंद भी होता है।

सर्दियों में बथुआ को डेली डाइट में करें शामिल, कई गंभीर बीमारियों से मिलेगा छुटकारा

ऐसे में सर्दियों का मौसम भी शुरू हो चुका है और यह साग अब बाजार में आसानी से उपलब्ध होगा, तो बिना देरी किए इसे आप अपनी डेली डाइट में शामिल करें। इसे आप कई प्रकार से बनाकर खा सकते हैं। आप इसे साग के रूप में, सब्जी के रूप में, पराठे के रूप में या फिर इसके पानी को भी पी सकते हैं। तो चलिए आज हम आपको इससे मिलने वाले गुणकारी फायदे बताते हैं…

जानिए किन बीमारियों से मिलेगा छुटकारा?

  • बथुआ की पत्तियों में विभिन्न गुण होते हैं जो मुंह और दांतों के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं। इनमें एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो सांस की बदबू जैसी समस्याओं को कम करता है। साथ ही पायरिया जैसी मुंह की समस्याओं भी दूर करता है। इसकी पत्तियों में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण मुंह की सूजन को कम करते हैं।
  • बथुआ का सेवन कब्ज के बहुत फायदेमंद होता है। इसमें फाइबर की अच्छी मात्रा होती है, जो सांस, पेट की समस्याओं और कब्ज से राहत प्रदान करत है। इसलिए यदि आपको यह समस्या है तो आप फौरन ही इसे अपनी डेली डाइट में शामिल कर लें।
  • बथुआ और नीम दोनों ही आयुर्वेदिक उपचार में प्रयोग किए जाते हैं और इनके गुणों का अद्भुत प्रभाव होता है। बता दें कि नीम के पत्तों में एंटीऑक्सीडेंट, एंटीइंफ्लेमेट्री और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं तो वहीं बथुआ में भी विभिन्न पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो रक्त शुद्धि करने के साथ ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाते हैं। इसलिए आप दोनों को मिलकर भी खा सकते हैं।
  • बच्चों को बथुआ खिलाने से पेट के कीड़े मर जाते हैं। दरअसल, बच्चों में यह समस्या आम होती है। वहीं, बथुआ में विभिन्न पोषक तत्व होते हैं जो पेट के कीड़ों को मार सकते हैं। साथ ही यह पाचन को सुधारता है और पेट दर्द में भी राहत प्रदान करता है।

(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)


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मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है।पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।

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