हृदय रोगों का खतरा कम
डांस एक बहुत ही अच्छा शारीरिक वर्कआउट होता है जो आपकी सेहत के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद होता है। डांस अनेक तरह के होते हैं जैसे कि जाज, सल्सा, हिप-हॉप, कंटेंपोरेरी, फोल्क डांस आदि। इन सभी डांस फॉर्म्स में आपके शरीर के अलग-अलग हिस्सों को जड़ से काम मिलता है जैसे कि टोन मासल, बाइसेप्स, ट्राइसेप्स, कैल्फ, क्वाड्रिसेप्स आदि। इसके अलावा, डांस करने से आपकी हृदय-रोगों का खतरा भी कम होता है क्योंकि डांस करने से दिल की कार्यक्षमता बढ़ती है और रक्त संचार भी बेहतर होता है।
वजन करता है कम
डांस के दौरान शरीर के कई अंग हल्के से तेज आंशिक या पूर्ण रूप से काम करते हैं, जिससे कैलोरी बर्न होती है। एक व्यक्ति जो नृत्य करता है, उसे लगभग 300 से 400 कैलोरी का खर्च होता है। इससे वह अपने शरीर को टोन्ड बनाने में मदद करता है और उसके शरीर को ढाकने वाले चर्बी को कम करता है। इसलिए, डांस एक स्वस्थ और मनोरंजक तरीका है अपने शरीर को फिट रखने और टोन्ड बनाने के लिए।
डिप्रेशन करता है दूर
डांस का अभ्यास न केवल शारीरिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है, बल्कि इससे मानसिक स्वास्थ्य भी सुधरता है। डांस एक मनोरंजक कला होती है जो आपके मन को खुश और सकारात्मक रखने में मदद करता है। इससे आपका मानसिक तनाव कम होता है और परेशानियों से निजात पाने में मदद मिलती है। डांस करने से शरीर में अंदरूनी खुशी होती है जो आपको स्वस्थ और सकारात्मक रखता है।
आलस से छुटकारा
डांस आपको नींद और आसल से छुटकारा दिलाने में मददगार होता है। बता दें कि यह शरीर को एक अच्छी वर्कआउट देता है, जिससे शरीर के मांसपेशियों में खून संचार बढ़ता है। इससे शरीर थकता नहीं है और नींद आती है। साथ ही, डांस करने में ध्यान भी लगता है और मन को शांति मिलती है। जिससे आपको समय पर नींद आएगी और आपके भीतर का आलस खत्म हो जाएगा।
शरीर की लचीलापन बढ़ाने में मददगार
डांस करने से आपका स्टैमिना बढ़ता है और आपके शरीर की लचीलापन बढ़ती है, जिससे आप अधिक टाइम तक डांस कर सकते हैं। इससे आपकी थकान कम होती है और आप ज्यादा एनर्जी और फुर्तीले महसूस करते हैं। दैनिक डांस रुटीन से आपका शरीर लचीला और सुडौल होता है जिससे जोड़ों के दर्द की समस्या में भी कुछ हद तक कमी आती है।
मन होता है शांत
डांस करना एक बहुत ही अच्छा विकल्प होता है जो आपको शारीरिक एवं मानसिक स्वस्थ बनाए रखने में मदद कर सकता है। इससे न केवल आपका शारीर सुगठित रहेगा, बल्कि आपकी मानसिक स्थिति भी सुधारेगी। डांस करने से स्ट्रेस कम होता है और आपका मन शांत होता है। इससे आपके दिमाग में अधिक खुशी के हार्मोन जैसे सेरोटोनिन बढ़ते हैं जो आपको खुशहाल बनाए रखते हैं।
बीपी की समस्या होती दूर
डांस करने से तनाव को कम करने के साथ-साथ हाई ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल की समस्याओं से बचाव भी होता है। डांस करने से दिल की क्षमता भी बढ़ती है जिससे दिल की सेहत बेहतर होती है। इसलिए डांस एक फिटनेस और हेल्थी लाइफस्टाइल के लिए अत्यंत उपयोगी होता है।
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना अलग-अलग जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की जानकारी की पुष्टि नहीं करता है।)