जानें काली मिर्च असली है या नकली, दोनों में कैसे करें फर्क

Sanjucta Pandit
Published on -

Know Whether Black Pepper is Real or Fake : अक्सर रसोइयों में कई तरह का मसाले रखे हुए रहते हैं। उन्ही में से एक काली मिर्च भी होता है। इसमें कई तरह के औषधीय गुण पाए जाते हैं, जो कि स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होते हैं। हालांकि, आज के समय में बाजार में कई तरह के मिलावटी काली मिर्च मिलने लगी है लेकिन आप परेशान ना हों। तो चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको एक ऐसा तरीका बताएंगे, जिनसे आप मिनटों में पता लगा सकते हैं कि ये काली मिर्च असली है या नकली…

जानें काली मिर्च असली है या नकली, दोनों में कैसे करें फर्क

ऐसे करें असली और नकली काली मिर्च की पहचान

काली मिर्च को फोड़े: असली और नकली मिर्च की पहचान का सबसे आसान तरीका काली मिर्च को किसी जगह पर रखकर फोड़े है। अगर काली मिर्च आसानी से टूट जाती है तो वह नकली काली मिर्च होती है। बता दें असली काली मिर्च को आसानी से नहीं टूटती है। इसके लिए आपको ज्यादा दबाव की जरूरत होती है।

पानी में रखकर पता लगाएं: अगर आपको असली और नकली काली मिर्च में अंतर करना है तो आप एक काली मिर्च को पानी में डालकर देखें। अगर काली मिर्च तैरने लगती है तो वह नकली काली मिर्च है। बता दें असली काली मिर्च पानी में तैरती नहीं है। वह पानी में डब जाती है।

काली मिर्च के फायदे: काली मिर्च का सेवन शरीर के लिए काफी फायदेमंद होता है। इसके सेवन से इम्यूनिटी सिस्टम मजबूत होती है। जिसके कारण संक्रामक रोगों का खतरा कम हो जाता है। काली मिर्च सर्दी, खांसी, जुकाम जैसे समस्याओं के लिए रामबाण साबित होती है। वहीं, दूसरी तरफ इसके सेवन से तनाव की समस्या से भी छुटकारा मिल सकता है।

(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)


About Author
Sanjucta Pandit

Sanjucta Pandit

मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है।पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।

Other Latest News