Mental Health Tips : आजकल लोग अपनी लाइफ में इतनी ज्यादा व्यस्त हो चुके हैं कि उन्हें जरा सा भी टाइम खुद के लिए नहीं मिल पाता। कुछ लोग कमाने के लिए घर और अपने शहर से बाहर यानि दूर रहते हैं। वह रूम रेंट पर लेकर रहते हैं। अकेले होने के कारण या फिर दोस्तों के साथ रहने के कारण उन्हें समय नहीं मिल पाता कि वह अपने रूम की बेहतर तरीके से सफाई कर सके, लेकिन क्या आप जानते हैं कि गंदगी दिमाग पर सीधा असर डालता है। इससे व्यक्ति में उदासी, चिंता और थकान की भावना बढ़ती है। कुछ लोग मन-ही-मन इस बात को सोच रहे होंगे कि यह कैसे हो सकता है कि गंदगी इंसान को दिमागी तौर पर बीमार कर सकता है लेकिन यह बिल्कुल सच है। गंदा कमरा मन और शरीर पर कई तरह के नेगेटिव इफैक्ट्स डालता है। तो चलिए आज के आर्टिकल में हम आपको किस चीज के बारे में विस्तार से बताएंगे।
मेंटल हेल्थ होता है प्रभावित
बता दें कि एक गंदा कमरा न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को प्रभावित करता है, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य पर भी बुरा प्रभाव डालता है। मेडिकल अध्ययनों के मुताबिक, गंदे कमरों में रहने से व्यक्ति की मनोबल कम हो जाती है। इससे व्यक्ति में उदासी, चिंता और थकान की भावना बढ़ती है। ऐसे में व्यक्ति की नींद भी प्रभावित होती है, जिससे उन्हें अधिक तनाव महसूस होता है। कई बार कमरा रहने से गंदा मन का ख्याल भी गंदा हो जाता है। ऐसे में गंदी जगह में रहने से दिमाग बिना किसी काम किए ही थक जाता है। साथ ही स्ट्रेस, डिप्रेशन की समस्या बढ़ जाती है।
होते हैं नकारात्मक प्रभाव
गंदा कमरा होने से मन और शरीर पर कई नकारात्मक प्रभाव होते हैं, जैसे कि एंग्जाइटी और स्ट्रेस का बढ़ जाना, कॉग्निटिव ओवरलोड, चिड़चिड़ापन, मानसिक थकान, अनहेल्दी खाने की इच्छा और प्रोडक्टिविटी में कमी, आदि। गंदा और अव्यवस्थित कमरा स्ट्रेसफुल और अस्वस्थ महसूस करा सकता है, जिससे चिंता और थकान लगातार बढ़ती चली जाती है। इंसान की यह स्थिति काम करने की क्षमता को भी प्रभावित करता है।
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)