स्ट्रेस बन सकता है कई बीमारियों की वजह, जानें बचाव के उपाए

Sanjucta Pandit
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Stress Management : आजकल हमारी लाइफस्टाइल इतनी ज्यादा बिजी हो गई है कि हमें खुद के लिए समय नहीं मिल पाता। घर की समस्या, ऑफिस की समस्या इन सब के कारण दिमाग पर बहुत ज्यादा प्रेशर पड़ता है, जिससे मेंटल प्रॉब्लम्स शुरू हो जाते हैं। दरअसल, काम-धंधे में लोगों के ऊपर इतना तनाव बढ़ता है, जिसका सीधा असर स्वास्थ्य पर देखने को मिलता है। वैसे तो स्ट्रेस आम समस्या है, जिसे आसानी से नियंत्रित किया जा सकता है।

स्ट्रेस बन सकता है कई बीमारियों की वजह, जानें बचाव के उपाए

कई बार योग, ध्यान, व्यायाम, गहरी साँस लेना और समय-समय पर राहत की तलाश करना स्ट्रेस को कम करता है। आइए जानते हैं स्ट्रेस से होने वाली बीमारियों के बारे में और बताते हैं आपको कि इससे बचाव कैसे करना है…

क्या आप जानते हैं स्ट्रेस की मुख्य वजह क्या होती है?

काम का दबाव: काम से जुड़ी अत्यधिक कार्यटाइम, डेडलाइन्स

व्यक्तिगत समस्याएं: संबंधों में विवाद, असहमति

आर्थिक समस्याएं: वित्तीय समस्याएं, कर्ज की चिंता

स्वास्थ्य समस्याएं: लंबे समय तक किसी रोग से पीड़ित होना, अन्य गंभीर बीमारी

सामाजिक दबाव: समाजिक प्रतिस्पर्धा, असफलता

जानिए स्ट्रेस से होने वाली समस्या के बारे में?

  • स्ट्रेस का दिल स्वास्थ्य पर बहुत बड़ा प्रभाव पड़ता है। मेंटल स्ट्रेस के कारण हाइपरटेंशन, अनियमित दिल की धड़कन, दिल की बीमारियों में वृद्धि और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ सकता है। जिसके चलते नींद भी नहीं पूरी हो पाती है। इसलिए स्ट्रेस को नियंत्रित करना जरूरी होता है।
  • ज्यादा स्ट्रेस शरीर में कई प्रकार के हार्मोनल परिवर्तनों को उत्पन्न कर सकता है। जिनमें कोर्टिसोल जैसे स्ट्रेस हार्मोन शामिल होते हैं, जिससे इंसुलिन का सही तरीके से काम न कर पाने की स्थिति पैदा हो जाती है, जिसे इंसुलिन रेजिस्टेंस कहा जाता है। इससे ब्लड शुगर का स्तर बढ़ सकता है, जो डायबिटीज की संभावनाओं को बढ़ा देता है।
  • स्ट्रेस के बढ़ जाने से हार्ट रेट बढ़ जाता है जो कि दिल की समस्याओं को बढ़ा सकता है। यह हाइपरटेंशन को बढ़ा सकता है, जो ब्लड क्लॉटिंग की समस्याओं और नसों के फटने के जोखिम को बढ़ा देता है। इससे स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।
  • स्ट्रेस का प्रभाव महिलाओं के पीरियड्स पर भी देखने को मिलता है जो कि स्त्री हार्मोन्स पर सीधे प्रभाव डालता है, जिससे उनके मासिक चक्र में अनियमितता हो सकती है। यह असंतुलन या बदलाव शरीर में हार्मोन्स के स्तर बढ़ाता-घटाता है। जिसके कारण इरेगुलर पीरियड्स की समस्या उत्पन्न हो सकती है।

जानें इससे बचाव के उपाए?

  • स्ट्रेस से बचाव के लिए आपको नियमित फिजिकल एक्टिविटी करना चाहिए जो कि मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होती है। बता दें कि व्यायाम करने से शरीर में एंडोर्फिन्स नामक ‘खुशहाल हार्मोन’ उत्पन्न होते हैं। इससे स्ट्रेस कम होता है। इसमें आपक व्यायाम, तेज चलना, योग या किसी भी पसंदीदा फिटनेस एक्टिविटी को शामिल कर सकते हैं।
  • इसके अलावा, आप अपनी डाइट में सब्जियां, फल, दही, दूध, साबुत अनाज और पौष्टिक आहार खाएं, जिससे शरीर को विटामिन, मिनरल्स और फाइबर मिलेगा।
  • स्ट्रेस से दूर रहने के लिए रोजाना मेडिटेशन करें क्योंकि अंतर ध्यान एक ऐसी जड़ी बूटी साबित हो सकती है, जिससे आपका दिमाग एकदम शांत रहेगा। इसके साथ ही आपका हर वह कार्य में मन लगेगा जिसे आप दिन भर में करते हैं।

(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)


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Sanjucta Pandit

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मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है।पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।

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