नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। केरल के कोल्लम में भारत का पहला Monkeypox का मामला सामने आया है, जिसकी पुष्टि गुरुवार को हो चुकी है। संक्रमित व्यक्ति यूएई का एक यात्री है, जो 12 जुलाई को केरल आया था। हालांकि केरल के स्वास्थ मंत्री ने ना घबराने की सलाह दी है और कहा है की व्यक्ति की हालत अभी स्टेबल है। मिली जानकारी के मुताबिक व्यक्ति के संपर्क में आए लोगों का पता भी लगाया जा चुका है। राज्य के स्वास्थ मंत्री वीणा जॉर्ज ने कहा की बुधवार को जब व्यक्ति में वायरस के लक्षण पाए गए तो उसे फौरन अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जिसके बाद उसके सैम्पल को नैशनल इंस्टिट्यूट ऑफ वायरोलॉजी में जांच भेजा गया।
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जानकारी के मुताबिक व्यक्ति 12 को त्रिवेंद्रम हवाई अड्डे पर पहुंचा और डबल्यूएचओ द्वारा जारी किए गए निर्देश के अनुसार सारे स्टेप्स लिए गए और अंत में जांच से पुष्टि हुई है की व्यक्ति मंकीपॉक्स से संक्रमित है। बता दें की अब यह वायरस दुनिया के 50 देशों में फैल चुका है।
मंकीपॉक्स के संक्रमण को देखते हुए केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को गाइड्लाइन जारी की है। केन्द्रीय स्वास्थ सचिव ने कहा की सभी संदिग्धों की निगरानी और टेस्टिंग होनी चाहिए। साथ ही बेहतर सर्वीलांस की व्यवस्था होनी चाहिए। Monkeypox से संक्रमित व्यक्तियों का इलाज भी सही समय पर होना जरूरी है।
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उन्होनें यह भी कहा की महामारी का सामने करने के लिए अस्पतालों में स्टाफ और रिसोर्स की उचित व्यवस्था होनी चाहिए। क्योंकि देश पहले से ही कोरोना महामारी से लड़ रहा है इसलिए नागरिक स्वास्थ सेवाओं को सतर्क रहने की जरूरत है। साथ ही उन्होनें यह भी कहा की केन्द्रीय स्वास्थ मंत्रालय के मुताबिक पर्याप्त और प्रभावी कदम उठाए।