अमेरिकी न्यूज एंकर ने हिजाब पहनने से किया मना, फिर हुआ ये, देखिये ये खास रिपोर्ट

Sanjucta Pandit
Updated on -

नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट | ईरान में इन दिनों हिजाब का विवाद गहराता जा रहा है। दरअसल हिजाब पर विवाद 16 सितंबर से शुरू हुआ था। जिसका एक ताजा मामला न्यूयॉर्क से सामने आया है। दरअसल न्यूयॉर्क में टीवी एंकर ने हिजाब पहनने से मना कर दिया। जिसके बाद यह मामला और भी तूल पकड़ता नजर आ रहा है। तो आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला..

दरअसल, ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी का CNN न्यूज चैनल के साथ इंटरव्यू होने वाला था। जिसके लिए एंकर को हिजाब पहनकर इंटरव्यू लेने के लिए कहा गया। लेकिन एंकर ने इस बात से साफ मना कर दिया। उन्होंने कहा ऐसा कोई नियम नहीं है कि उन्हें ऐसा करने पर मजबूर किया जा रहा है। जिसके कारण इंटरव्यू मजबूरन रद्द करनी पड़ी। वहीं, मामला ईरान में मामला इतना पेंचिदा हो गया है कि पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है।

यह भी पढ़ें – Yamaha ने भारत में लॉन्च किए नए Earphones, आकर्षक डिजाइन, 34 घंटे तक चलेगी बैटरी, कीमत सिर्फ इतनी

बता दें कि ईरान के राष्ट्रपति इस वक्त संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में शामिल होने न्यूयॉर्क पहुंचे हैं। जहां वह CNN न्यूज चैनल को इंटरव्यू देने वाले थे। जिसके लिए उन्होंने चैनल के सामने शर्त रखी की न्यूज एंकर हिजाब पहनकर उनका इंटरव्यू लें, लेकिन एंकर के मना करने के बाद उनके साथ इंटरव्यू को कैंसिल कर दिया गया।

यह भी पढ़ें – मध्यान्ह भोजन की खिचड़ी में निकली इल्ली, पढ़े पूरी खबर

दरअसल, एंकर के सामने यह शर्त इसलिए रखी गई क्योंकि एंकर ईरानी है। जिनका जन्म ईरान में हुआ है। वहीं, इस मामले में एंकर ने कहा कि,” जब मैं ईरान में रिपोर्टिंग करती थी तो वहां के कानून और रीति रिवाज का पालन करने के लिए हिजाब पहनती थी। अब मैं एक देश में हूं जहां इंटरव्यू के लिए हिजाब पहनने का कोई नियम नहीं है। मैं किसी भी ईरानी अधिकारी के साथ इंटरव्यू के लिए हिजाब नहीं पहनूंगी। साल 1995 के बाद मैंने कई लोगों का इंटरव्यू लिया है लेकिन किसी ने भी मुझे हिजाब पहनने के लिए नहीं कहा”।

यह भी पढ़ें – MP Teacher Recruitment :18527 शिक्षकों के पदों पर होगी भर्ती, जल्द शुरू होगी प्रक्रिया, ये रहेंगे नियम, जानें अपडेट्स

जिसके बाद हिजाब का मामला बढ़ गया है। दरअसल ईरान पुलिस ने 13 सितंबर को एक युवती को हिजाब नहीं पहनने पर गिरफ्तार कर लिया था और उसके 3 दिन बाद यानि 16 सितंबर को उसकी मौत हो गई थी। जिसके बाद पूरे देश में महिलाओं को प्रदर्शन करने लगी। उनकी मांग है कि ईरान में हिजाब को अनिवार्य नहीं बल्कि वैकल्पिक बनाया जाए। जिसके कारण पुलिस प्रशासन के साथ उनकी झड़प भी हुई। जिसके कारण पुलिस ने लाठीचार्ज समेत गोलियां भी चलाई और 6 दिनों में मरने वालों की तादाद 30 के पार हो चुकी है। जिसमें सैकड़ों लोग घायल भी हुए हैं।

यह भी पढ़ें – MP News : छात्रों के लिए खुशखबरी, इस दिन खातों में सीएम शिवराज भेजेंगे 25000 रुपए


About Author
Sanjucta Pandit

Sanjucta Pandit

मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है।पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।

Other Latest News