Chewing Gum चबाने से मुंह में ही होगा कोरोना वायरस का खात्मा, वैज्ञानिक कर रहे विकसित

नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। कोरोना महामारी (corona) ने सारी दुनिया में उथल पुथल मचा दी है। इससे लड़ने के लिए कई तरह के टीके विकसित किए जा चुके हैं और अब भी वैज्ञानिक लगातार रिसर्च कर रहे हैं। इसी कड़ी में अब अमेरिका में वैज्ञानिक एक ऐसी च्युइंग गम (chewing gum) विकसित करने में जुटे हैं जो कोविड के वायरस से लड़ने में कारगर साबित होगा।

Gwalior News : सड़क पर कचरा फेंका तो निगम अमले ने बजाई राम धुन

वैज्ञानिकों और अनुसंधानकर्ताओं की टीम ने पौधों में एसीई2 तैयार किया। इससे प्रोटीन युक्त एक च्युइंगम बनाई जा रही है जो SARS-CoV-2 वायरस के लिए एक जाल के तौर पर काम करेगा। अमेरिका स्थित पेन्सिलवेनिया विश्वविद्यालय के हेनरी डेनियल ने बताया कि सार्स-कोवी-2 लार ग्रंथी में प्रतिकृति बनाता है। मोलेक्यूलर थेरेपी जर्नल में प्रकाशित अध्ययन का नेतृत्व करने वाले डेनियल ने कहा कि यह च्युइंग गम लार में वायरस को न्यूट्रल कर देता है। इसे रोग के संक्रमण के स्रोत को संभावित रूप से बंद करने का एक सामान्य तरीका कहा जा सकता है। बता दें कि कोरोना महामारी से पहले डेनियल हाई बीपी के इलाज को लेकर एंजियोटेंसिन-परिवर्तित एंजाइम 2 (ACE2) प्रोटीन का अध्ययन कर रहे थे। उनकी प्रयोगशाला में ही इस प्रोटीन को विकसित किया गया था। इसे अब कोरोना से लड़ने में सक्षम माना जा रहा है और इसी को लेकर वैज्ञानिक च्युइंग गम विकसित कर रहे हैं। ये च्युइंग गम मानव कोशिकाओं में ACE2 के लिए रिसेप्टर SARS-CoV-2 स्पाइक प्रोटीन को बांधने के लिए भी होता है। च्युइंग गम से बनने वाली लार कोरोना वायरस को बेअसर करने में कारगर साबित हो सकता है। अगर वैज्ञानिक इस च्युइंग गम को बनाने में सफल हो जाते हैं तो कोरोना वायरल से लड़ाई में ये एक अहम पड़ाव साबित होगा।


About Author
श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

Other Latest News