नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। रूस के खिलाफ प्रतिबंधों की मांग करते हुए यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने शनिवार को भारत सहित कई देशों की सरकारों से रूस से चल रहे संघर्ष को रोकने की अपील करने का आह्वान किया। एक टेलीविज़न संबोधन के दौरान, कुलेबा ने रूस पर युद्धविराम समझौतों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया और सभी विदेशी छात्र आसानी से घर वापसी कर सकें इसके लिए उसने गोलाबारी बंद करने का आग्रह किया है।
30 वर्षों से यूक्रेन अफ्रीका, एशिया के हजारों छात्रों के लिए सबसे योग्य जगह थी। उनके रहने की व्यवस्था के लिए यूक्रेन ने ट्रेनों की व्यवस्था की, हॉटलाइन स्थापित की, दूतावासों के साथ काम किया है। यूक्रेन के विदेश मंत्री कहा कि रूस उन देशों की सहानुभूति पाने की कोशिश कर रहा है जिनके नागरिक यूक्रेन में हैं।
उन्होंने कहा कि अगर रूस युद्ध करना बंद कर देता है, तो सभी छात्रों को सुरक्षित निकाल लिया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, “मैं भारत, चीन एवं अन्य देशों की सरकारों से निवेदन करता हूं कि रूस को कुछ समय के लिए अपनी सेना को रुकने के लिए कहें।” इसके अलावा, कुलेबा ने कहा कि भारत सहित सभी देश, जिनका रूस के साथ विशेष संबंध हैं, वे रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से अपील करें।
साथ ही उन्होंने आम भारतियों से भी निवेदन किया है कि वह सोशल मीडिया के जरिये रूस पर दबाव बनाये। उन्होंने आगे कहा कि यूक्रेन केवल इसलिए युद्ध कर रहा है क्योंकि उस पर हमला हुआ है और वह अपने नागरिकों को सुरक्षित रखना चाहता है। उन्होंने दवा किया कि रूसी बलों ने मानवीय गलियारों की व्यवस्था के लिए सुबह हुए समझौते का उल्लंघन किया है। “हम रूस से विदेशी छात्रों सहित नागरिकों को निकालने की अनुमति देने के लिए शूटिंग बंद करने का आग्रह करते हैं।”
विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता अरिंदम बागची के अनुसार: “पिछले 24 घंटों में लगभग 2,900 लोगों के साथ 15 उड़ानें भरी हैं। ऑपरेशन गंगा के तहत अब तक 63 उड़ानों से लगभग 13,300 नागरिक लोग भारत लौटे हैं। अगले 24 घंटों के लिए 13 उड़ानें निर्धारित हैं। उन्होंने कहा कि अभी तक 21,000 से अधिक लोग यूक्रेन छोड़ चुके हैं।