MPPSC 2023: एमपी राज्य सेवा परीक्षा के लिए 22 सितंबर से आवेदन शुरू, 227 पदों पर होगी भर्ती, अधिसूचना जारी

Manisha Kumari Pandey
Published on -
JEE Mains 2024

MPPSC 2023: मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग ने 5 सितंबर यानि आज राज्य सेवा परीक्षा (State Service Exam 2023) का नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। आवेदन प्रक्रिया 22 सितंबर से शुरू होगी। इच्छुक उम्मीदवार 21 अक्टूबर, 2023 तक आधिकारिक वेबसाइट mppsc.mp.gov.in पर जाकर आवेदन कर पाएंगे।

रिक्त पदों की संख्या

इस बार कुल 227 पदों पर भर्ती होगी। राज्य प्रशासनिक सेवा उप जिलाध्यक्ष गृह (पुलिस विभाग) के लिए 27, उप पुलिस अधीक्षक के लिए 22, अतिरिक्त सहायक विकास आयुक्त के लिए 17, विकास खंड अधिकारी के लिए 16, नायब तहसीलदार के लिए 3, एक्साइज सब इंस्पेक्टर के लिए 3, मुख्य नगर पालिका अधिकारी के लिए 17 और सहकारी निरीक्षक के लिए 122 पद रिक्त हैं।

पात्रता

मान्यता प्राप्त संस्थानों से स्नातक की डिग्री प्राप्त करने वाले वाले उम्मीदवार भर्ती परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं। अभ्यर्थियों की न्यूनतम आयु 21 वर्ष और अधिकतम 40 होगा अनिवार्य है।

दिसंबर में होगी परीक्षा

अधिसूचना में परीक्षा की तारीख और एडमिट कार्ड की जानकारी भी साझा की गई है। 8 दिसंबर को प्रवेश पत्र जारी होंगे। 17 दिसंबर को परीक्षा का आयोजन दो शिफ्टों में होगा। Official Notification देखने के लिए यहाँ क्लिक करें

ऐसे करें आवेदन

  • सबसे पहले ऑफिशियल वेबसाइट mppsc.mp.gov.in पर जाएं।
  • अब “Apply Online” के लिंक पर क्लिक करें।
  • नया अकाउंट बनाएं। यदि अपने पहले ही अकाउंट खोल रखा है तो लॉग इन करें।
  • अब “एमपीपीएससी राज्य सेवा परीक्षा 2023” का विकल्प चुनें।
  • सावधानी के आवेदन पत्र भरें। सारी जानकारी सही-सही दर्ज करें।
  • आवेदन शुल्क का भुगतान करे और फॉर्म सबमिट करें।
  • भविष्य के एक एप्लीकेशन फॉर्म का एक प्रिन्ट आउट निकाल कर रख लें।

About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है।अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News