अजब-गजब: दुनिया के ऐसे देश जहां नहीं है एक भी पेड़, नाम जानकर हो जाएंगे हैरान

Sanjucta Pandit
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No Tree Country : पेड़ प्रकृति का महत्वपूर्ण हिस्सा होते हैं जो हवा को शुद्ध करते हैं, जलस्रोतों को नियंत्रित करते हैं और जीवजंतुओं के लिए आवास प्रदान करते हैं। पेड़ों के अभाव में धरती का पोषण संकट में पड़ सकता है और बारिश के पानी की अवधि घट सकती है। इसके अलावा, पेड़ों का अभाव भूमि की संरचना और जीवन के लिए आवश्यक संपदा की कमी का कारण बन सकता है लेकिन आज के आर्टिकल में हम आपको कुछ ऐसा बताने जा रहे हैं जिसे सुनकर आप हैरान हो जाएंगे। जी हां, आज के आर्टिकल में हम आपको उन देशों के बारे में बताएंगे जहां पर एक भी पेड़ नहीं है।

जानिए उन देशों के नाम

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ग्रीनलैंड, कतर और ओमान कुछ ऐसे देश हैं जहां पेड़ों की कमी होती है या उनका अभाव हो सकता है। इन देशों के जलवायु और भूमि की विशेषताओं के कारण वहां पेड़ प्रकृतिक रूप से नहीं पाए जाते हैं। ग्रीनलैंड वास्तव में एक बड़ा द्वीप है जो उत्तरी ध्रुवीय क्षेत्र में स्थित है। यह द्वीप बर्फीले मैदानों, बर्फदार पहाड़ों और ग्लेशियरों से घिरा हुआ है। इसका नाम ग्रीनलैंड रखा गया है क्योंकि यहां कोई रहता नहीं है और लोग आकर रहने लगें, इसी वजह से इसका नाम पेड़ ना होते हुए भी ग्रीनलैंड रखा गया है।

लोगों का प्रयास जारी

अब बात करते हैं कतर कि तो यह एक रेगिस्तानी देश है और वहां पेड़ों की कमी है। इसे मिट्टीले देश के रूप में जाना जाता है जिसमें तेल के भंडार होते हैं और मोतियों का उत्पादन होता है। इसके प्राकृतिक वातावरण में पेड़ों की कमी होने के बावजूद लोग वहां बहुत आराम से रहते हैं। इसके अलावा, ओमान भी एक ऐसा देश है जहां पेड़-पौधों की कमी है। दशकों पहले, यहां वन क्षेत्रों का आकार 0.01% था लेकिन 1990 के बाद से वन क्षेत्रों का आकार 0.0% पर पहुंच गया है। हालांकि, अब लोग पेड़ों की संरक्षण और पौधरोपण के लिए प्रयास कर रहे हैं।

पेड़ों का महत्वाकांक्षी योगदान

वायु प्रदूषण नियंत्रण: पेड़ों द्वारा की जाने वाली श्वसन प्रक्रिया में, पेड़ें कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) को अवशोषित करते हैं और ऑक्सीजन उत्पन्न करते हैं। यह प्रक्रिया वायु में मौजूद धूल और वायु प्रदूषकों को कम करने में मदद करती है और वायु गुणवत्ता को बेहतर बनाती है।

जलवायु नियंत्रण: पेड़ों के वृक्षों के छाया द्वारा जमीन पर सतही प्रकार में गर्मी को रोका जाता है। इससे तापमान नियंत्रित रहता है और जलवायु को सुखावट से बचाया जाता है। पेड़ों की जड़ें और पत्तियाँ वर्षा के पानी को संचित करने में मदद करती हैं, जिससे सतही जलस्रोतों का पुनर्जनन होता है और जलसंरचना सुधारती है।

जैव विविधता का संरक्षण: पेड़ और अन्य वनस्पति संयंत्रों द्वारा, जीव-जंतुओं के आवास, उनके पोषण, संरक्षण और प्रजाति संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका होती है। वनस्पतियाँ पर्यावरणीय संतुलन को बनाए रखने में मदद करती हैं और जैव विविधता के अनुकूल और सुरक्षित वातावरण को सुनिश्चित करती हैं।

सभी के लिए महत्वपूर्ण स्रोत

पेड़ अपने परिसर में निवास करने वाले सभी जीवों को आवास, आहार और सुरक्षा का स्थान प्रदान करते हैं। जंगली पशुओं, पक्षियों, कीटों और अन्य जीवों के लिए पेड़ एक महत्वपूर्ण आवास स्रोत होते हैं। पेड़ों की छाया और उनके शाखाओं में छुपे हुए स्थान जीवों को सुरक्षा प्रदान करते हैं। इसके अलावा, पेड़ों का महत्वपूर्ण योगदान जलवायु नियंत्रण में भी होता है। पेड़ों के बढ़े हुए पत्ते और शाखाएं वायुमंडलीय कचरे को संशोधित करके गर्मी को कम करने में मदद करती हैं और तापमान को नियंत्रित करती हैं। पेड़ों द्वारा की जाने वाली श्वसन प्रक्रिया में वे कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करते हैं और ऑक्सीजन को वायुमंडल में जारी करते हैं, जिससे वायुमंडलीय प्रदूषण को कम किया जाता है।

(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना अलग-अलग जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की जानकारी की पुष्टि नहीं करता है।)


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मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है। पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।

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