Mystery Of Kuldhara Village : भारत एक ऐसा देश है जहां ऐसे कई स्थान हैं जो रहस्यमय होते हैं। ये स्थान आमतौर पर अनुभवों, धार्मिक मान्यताओं या ऐतिहासिक घटनाओं से जुड़े होते हैं जो इन स्थानों को रहस्यमय बनाते हैं। तो चलिए आज के आर्टिकल में हम आपको कुलधरा गांव के बारे में बताते हैं जो राजस्थान के जैसलमेर जिले में स्थित है और यह एक बंद गांव है जो लगभग 200 साल से अबाद नहीं है।
इस गांव के रहस्य के बारे में कई कहानियां हैं जो इसे एक रहस्यमय स्थान बनाती है। कुलधरा गांव का इतिहास 13वीं शताब्दी से शुरू हुआ, जब जैसलमेर के राजा जैतसींह ने इस इलाके में 85 गांवों की खेती और उनका नियंत्रण करने के लिए पाली नामक एक समुदाय को बुलाया था। कुलधरा गांव उस समुदाय का ही एक भाग था।
कुलधरा गांव का रहस्य
कुलधरा गांव के रहस्य का सच यह है कि पिछले 200 सालों से यहां कोई नहीं रहता है और इसके पीछे एक ऐतिहासिक घटना है। कुलधरा गांव प्राचीन राजपूताना शासनकाल में एक समृद्ध और समाजवादी समुदाय था जो तीन सदियों तक अपने सामाजिक संगठन, अर्थव्यवस्था और धर्म के प्रति लोगों के बीच समझौते बनाकर चलता रहा।
ब्राह्मणों ने दिया था श्राप
दरअसल, एक ब्राह्मण की पुत्री की शादी को लेकर दो बिरादरियों के बीच विवाद के कारण हुआ था। इसका असर आज तक इस गांव की स्थिति पर दिखता है। कुलधरा गांव को पालीवाल ब्राह्मणों ने 1291 में बसाया था और उस समय यह एक समृद्ध गांव था। इस गांव में अधिकतर जनता ब्राह्मणों से मिलती थी और यहां कृषि, पशुपालन और व्यापार के लिए उपयुक्त भूमि थी।
यहां के लोग अपने कौशल और कुशलता के लिए जाने जाते थे और वे गांव की समृद्धि में भाग लेते थे लेकिन शादी के मामले में हुए घटनाक्रम के बाद इस गांव में सभी लोग अपने घरों को छोड़कर चले गए और गांव को एकाएक उसकी समृद्धि से वंचित कर दिया।