Village of Dwarves : इस दुनिया में एक से बढ़कर एक अनोखी जगह है, जिनके बारे में ऐसी जानकारी है जिस पर लोग आसानी से भरोसा नहीं कर पाते। 21वीं सदी में लोग इतने मॉडर्न हो चुके हैं कि उनका ऐसी बातों पर भरोसा करना बेहद मुश्किल होता है लेकिन ऐसी बातों पर गौर फरमाना बेहद आवश्यक है कि इसके पीछे क्या वजह है, उस वजह को जानने की इच्छा होनी चाहिए। तो चलिए आज हम विश्व के एक ऐसी जगह के बारे में आपको बताएंगे जहां रहने वाला हर इंसान बौना है। जी हां, यह बात आपको हैरान कर देने वाली जरूर है लेकिन यह बिल्कुल सत्य है, तो आइए जानते हैं आखिर वह कौन सी जगह है जहां के लोगों का कद बेहद छोटा है लेकिन वो अपने व्यवहार से सभी का दिल जीत चुके हैं।
70 लोगों का गांव
बता दें यह गांव कही और नहीं बल्कि भारत में ही है। जिसके बारे में शायद ही बेहद कम लोगों को जानकारी होगी। दरअसल, यह गांव असम राज्य में स्थित है। जिसे अमार गांव के नाम से जाना जाता है। इस गांव की खासियत ये है कि यहां कुल 70 लोग रहते हैं और सभी एक- दूसरे से प्यार व सम्मान के साथ रहते हैं जो कि भूटान सीमा से कोई तीन-चार किमी पहले स्थित हैं।
अपने जीवन से हैं खुश
कहा जाता है कि साल 2011 में बौनों के सरदार नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा के कलाकार पवित्र राभा ने इस गांव को बसाया था। जहां का कोई भी शख्स साढ़े तीन फीट से ज्यादा का नहीं पाया जाएगा। बता दें कि इस गांव में कोई अपनी इच्छा से यहां रहने के लिए आया है तो किसी का परिवार उन्हें यहां छोड़कर चला गया लेकिन जो भी लोग यहां रहते हैं वो काफी खुश है अपने जीवन से, उन्हें किसी चीज का कोई मलाल नहीं है।
अपनी कला से करते हैं लोगों का मनोरंजन
वहीं, एनएसडी के बाद पवित्र राभा रंगमंच को बढ़ावा देना चाहते थे इसलिए उन्होंने तय किया कि वह छोटे कद के लोगों को कलाकार बनाएंगे। इस दौरान बहुत से लोगों ने राभा का मजाक भी उड़ाया था लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी, जिसका नतीजा हम सभी के सामने है। बता दें यहां के दिन में खेतीबाड़ी करते हैं और मंच पर शाम को अपनी कला के जरिए लोगों का मनोरंजन करते हैं।