जमीन पर जन्नत से कम नहीं है Paro Hill Station, इन टूरिस्ट स्पॉट्स की जरूर करें सैर

Paro Hill Station

Paro Hill Station: आधुनिकता की भागदौड़ भरी जिंदगी से दूर हर व्यक्ति कभी न कभी सुकून भरा समय बिताना चाहता है। अगर आप भी अपने डेली रूटीन से अलग हटकर अच्छा और आनंददायक समय बिताना चाहते हैं, तो प्रकृति के बीच जाना एक बेहतरीन अनुभव होगा। प्राकृतिक खूबसूरती की बात आती है तो भारत में हिमाचल और उत्तराखंड का नाम सबसे पहले दिमाग में आता है। यहां के पहाड़ों में बसी सुंदरता किसी का भी मन मोह सकती है। लेकिन आज हम एक ऐसे देश की बात कर रहे हैं, जिसने कुदरत को सबसे ज्यादा अहमियत दी है। यह जगह भूटान है जो प्रकृति प्रेमियों के लिए जन्नत कहा जाता है।

जब आप भूटान पहुंचेंगे तो यहां आपको प्रकृति, जंगल, पहाड़ और उससे जुड़ा मानव समाज देखने को मिलेगा, जो एक बेहतरीन अनुभव होने वाला है। अगर आप भूटान जाकर यहां की प्राकृतिक खूबसूरती को महसूस करना चाहते हैं, तो पारो हिल स्टेशन जा सकते हैं। ये यहां की सबसे खूबसूरत जगहों में से एक है। चलिए आज आपको इस जगह के बारे में बताते हैं।

अद्भुत सुंदरता से भरपूर पारो

भूटान पूरी तरह से प्रकृति की गोद में बसा हुआ है और यहां के कण-कण में अद्भुत प्राकृतिक सुंदरता निहारने को मिलती है। जब आप यहां के पारो पहुंचेंगे, तो आसपास दिखाई देने वाले दृश्य आपका मन मोह लेंगे। यहां पहाड़ों के बीच से बहती दो नदियों का मिलन बहुत ही आकर्षक दृश्य है और जब इनकी धाराएं कल कल करती है तो ऐसा लगता है कि कोई सुंदर सा संगीत बज रहा है। नदी के किनारे से निकलती सड़क से गुजरते हुए आप इस जगह पर पहुंचेंगे और यहां के मनोरम नजारे आपको दीवाना बना देंगे।

घूमें ये जगह

पारो दाजोंग

पारो शहर अपनी खूबसूरती के अलावा यहां मौजूद ऐतिहासिक जगहों के लिए भी प्रसिद्ध है। यहां पर 17 वीं सदी में बना हुआ एक आकर्षक वास्तुकिला से बना किला मौजूद है। लकड़ी और पत्थर से बने इस आपको कहीं एक कील भी नजर नहीं आएगी। ये फोटोशूट के हिसाब से परफेक्ट जगह है।

लाखांग

लाखांग यहां मौजूद पुराने बौद्ध मठों में से एक है, जिसे लेकर कई तरह की कहानियां प्रचलित है। शहर की उत्तरी दिशा में मौजूद इस मठ की यात्रा जरूर करनी चाहिए। बौद्ध धर्म को मानने वाले लोगों के लिए यह पवित्र जगह है और यहां पर प्रतिमा और लकड़ी पर की गई कारीगरी कमाल की है।

टाइगर्स नेस्ट

टाइगर नेस्ट ना सिर्फ पारो बल्कि भूटान की सबसे प्रसिद्ध जगह में से एक है। 3000 फीट की ऊंचाई पर स्थित यह जगह पहाड़ी पर लटकी हुई दिखाई देती है। असंभव सी लगने वाली चढ़ाई को पूरा करने के बाद ही यहां पर पहुंचा जा सकता है। लोक कथाओं के मुताबिक भगवान पद्मसंभव ने लोगों की रक्षा करने के लिए यहां बाघ पर सवार होकर राक्षस का अंत किया था। इसके बाद वह तपस्या में लीन हो गए। यही वजह है कि इस जगह को टाइगर नेस्ट के नाम से पहचाना जाता है।

कैसे पहुंचे पारो

अगर आप भूटान जाना चाहते हैं, तो आपको वीजा लेने की जरूरत नहीं है। भारतीय यहां पर पासपोर्ट के जरिए घूम सकते हैं। अगर आप हवाई यात्रा के जरिए यहां पहुंचना चाहते हैं तो भूटान का एकमात्र हवाई अड्डा पारो में ही मौजूद है। जहां देश के कई महानगरों से पहुंचा जा सकता है। अगर आप ट्रेन यात्रा करना चाहते हैं, तो कोलकाता के जरिए ट्रेन ले सकते हैं। भूटान में रेलमार्ग नहीं है इसीलिए बॉर्डर क्रॉस कर आपको बस या टैक्सी से यात्रा पूरी करनी होगी। सड़क रास्ते के जरिए भी यहां पर पहुंचा जा सकता है। इसके लिए आपको पश्चिम बंगाल के जयगांव पहुंचना होगा, जहां से ट्रांसपोर्ट कार्यालय से परमिट लेकर कार या बाइक के जरिए पारो पहुंचा जा सकता है।


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Diksha Bhanupriy

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"पत्रकारिता का मुख्य काम है, लोकहित की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना और उस जानकारी को संदर्भ के साथ इस तरह रखना कि हम उसका इस्तेमाल मनुष्य की स्थिति सुधारने में कर सकें।” इसी उद्देश्य के साथ मैं पिछले 10 वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में काम कर रही हूं। मुझे डिजिटल से लेकर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का अनुभव है। मैं कॉपी राइटिंग, वेब कॉन्टेंट राइटिंग करना जानती हूं। मेरे पसंदीदा विषय दैनिक अपडेट, मनोरंजन और जीवनशैली समेत अन्य विषयों से संबंधित है।

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