Rose Day: फरवरी का महीना प्यार करने वाले लोगों के लिए काफी खास होता है। 7 फरवरी से लेकर 14 फरवरी तक वैलेंटाइन वीक मनाया जाता है और सभी अपने-अपने पार्टनर के साथ समय बिताते नजर आते हैं। 7 फरवरी से शुरू होने वाले इस सप्ताह का पहला दिन रोज डे होता है। इस दिन तो प्यार करने वाले अपने प्यार का इजहार करने के लिए गुलाब का सहारा लेते हैं।
7 फरवरी को रोज डे होता है यह तो हम सभी जानते हैं और हम में से सभी ने कभी ना कभी इस दिन को सेलिब्रेट जरूर किया होगा। लेकिन क्या आपने कभी यह सोचा है कि आखिरकार रोज डे क्यों मनाया जाता है और इसे मनाने की शुरुआत कब और कैसे हुई होगी। अगर नहीं तो चलिए आज हम आपको इस दिन के इतिहास और महत्व की जानकारी देते हैं।
क्यों मनाया जाता है रोज डे
गुलाब को सदियों से प्रेम का प्रतीक माना जाता रहा है। एक दूसरे के प्रति प्रेम और समर्पण की भावना को दर्शाने के लिए प्रेमी गुलाब का सहारा लेते आए हैं। वैसे तो हम जिस भी व्यक्ति से प्रेम करते हैं उसे गुलाब दे सकते हैं। लेकिन वेलेंटाइन वीक में मनाया जाने वाला रोज डे उस खास इंसान के लिए होता है। जिससे आप सबसे ज्यादा प्यार करते हैं।
Rose Day का इतिहास
इस दिन के इतिहास की बात करें तो इससे कुछ कहानियां जुड़ी हुई है। बताया जाता है कि मुगल बेगम नूरजहां को गुलाब बहुत प्रिय थे। उनके फूलों के प्रति प्रेम को देखकर जहांगीर उनके लिए रोजाना एक टन ताजा गुलाब महल में भेज दिया करते थे। इन दोनों की प्रेम कहानी लोगों के बीच काफी चर्चित थी। यहीं से गुलाब लोगों के बीच प्रेम के प्रतीक के तौर पर मशहूर हो गया। वहीं इस दिन से एक और कहानी जुड़ी हुई है जो महारानी विक्टोरिया के समय की है। बताया जाता है कि उस समय अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए लोग गुलाब का सहारा लिया करते थे। इसके बाद गुलाब के जरिए फिलिंग्स शेयर करने के इस तरीके को रोज डे के तौर पर मनाया जाने लगा जो आज तक जारी है।