Online Fraud : आधुनिक युग में लगभग हर शख्स ज्यादातर समय सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर गुजरता है। इसके चलते हैकिंग व निजी जानकारी में चोरी का डर बना रहता है। फलस्वरूप डिजिटल अरेस्ट और बैंकिंग फ्रॉड सहित अन्य कई खतरों का भय बना रहता है। ऐसे में इन प्लेटफार्मों के साथ-साथ उपकरणों की सुरक्षा को लेकर आशंका आम बात है। हालांकि यह उत्पादक कंपनियों की जिम्मेदारी होनी चाहिए कि वे उपभोक्ता को सुरक्षा दें। पर उपयोगकर्ताओं को भी कुछ कदम उठाने चाहिए, ताकि सुरक्षित रहा जा सके। आइए हम आपको इसी से संबंधित कुछ उपाय बताने जा रहे हैं, जिन्हें अपनाकर आप इन खतरों से बच सकते हैं।
अनुमति देने से बचें
कुछ ऐप्स आपसे ऐसी परमिशन के लिए पूछते हैं जो आवश्यक नहीं होती हैं। ऐसे यूजर्स को इन अनावश्यक परमिशनों को स्वीकार करने से बचना चाहिए। ऐसे ऐप्स जो आपकी समझ में नहीं आते है और वह अनुमतियां मांगे उस पर भरोसा नहीं करना चाहिए।
समय पर करते रहें अपडेट
हम अपने तकनीकी उपकरणों में कुछ चीजों का रोजाना इस्तेमाल करते हैं। इनमें ब्राउजर्स और मैसेजिंग एप्स आदि शामिल हैं। यदि हमें अनचाहे खतरे बचना है तो उन्हें नियमित रूप से उनके नवीनतम संस्करणों में अपडेट करते रहना चाहिए।
डेटा साझा करने से बचें
कुछ लोग किसी बड़ी कंपनी का झांसा देकर डेटा साझा करने का मैसेज भेजते हैं। ऐसे मैसेज ज्यादातर फ्रॉड होते हैं। इसलिए डेटा साझा करने से बचें। जहां आवश्यक हो, वहां पूरी छानबीन करने के बाद ही अपना डेटा साझा करें।
साइनअप का उपयोग
यदि आपको किसी नई सेवा में साइन अप करने का विकल्प दिया जाए तो स्थापित उत्पादों जैसे गूगल, फेसबुक व ट्वीटर के जरिए साइन अप करने पर विचार करें। इससे सुरक्षा कमजोरियों को सीमित किया जा सकता है, जो व्यापक संसाधनों द्वारा समर्थित होती हैं।
*Disclaimer :- यहाँ दी गई जानकारी अलग अलग जगह से जुटाई गई सामान्य जानकारी है, Mpbreakingnews दी गई जानकारी की पुष्टि नहीं करता है।