MP Hill stations Hindi: मध्य प्रदेश को भारत का दिल ऐसे ही नहीं कहा जाता है। यहां धर्म और संस्कृति से जुड़ी कई ऐसी चीजें हैं जो पर्यटकों को अपनी और आकर्षित करती है। अगर आप मध्य प्रदेश टूरिज्म (MP Tourism) की योजना बना रहे हैं और प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लेना चाहते हैं तो यहां पर कई खूबसूरत हिल स्टेशन भी मौजूद है। यहां की खूबसूरती आपके मन को पूरी तरह से मोह लेगी और प्राकृतिक आनंद के साथ शांति की अनुभूति भी देगी।
अगर आप भी मध्य प्रदेश की प्राकृतिक वादियां, घने जंगल और सुंदर नजारे देखना चाहते हैं तो हम आपको कुछ खूबसूरत जगहों की जानकारी देते हैं जहां आप घूमने जाने की प्लानिंग बना सकते हैं। इन जगहों पर जाने के बाद आपको अलग ही एहसास होने वाला है।
मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले में पड़ने वाला अमरकंटक बहुत ही खूबसूरत स्थान है। यहां पर हरे भरे पेड़ और पहाड़ी के बीच किया गया सफर आप को रोमांचित कर देगा। पहाड़ और घने जंगलों के बीच बने मंदिरों की खूबसूरती बहुत ही आकर्षित कर देने वाली है। इस जगह का दूसरा नाम तीर्थराज भी है। ऐसा इसलिए क्योंकि इससे तीर्थों का राजा कहा जाता है। अमरकंटक के पहाड़ों से नर्मदा, सोन और जोहिला नदियों का उद्गम हुआ है। यहां के पेड़ अपनी औषधीय महत्व के लिए प्रसिद्ध हैं। अमरकंटक को ऋषि-मुनियों की तपोभूमि भी कहा जाता है। हैरानी की बात तो यह है कि यहां पर नर्मदा नदी का उद्गम एक कुंड से और फिर यहां बसे सोन पर्वत के शिखर से हुआ है। आगे चलकर यह धारा नर्मदा नदी का रूप ले लेती है जिसे मां रेवा के नाम से भी जाना जाता है।
हरदा मुख्यालय से 37 किलोमीटर और भिरंगी रेलवे स्टेशन से 24 किलोमीटर दूर स्थित मकड़ाई हिल्स बहुत ही खूबसूरत जगह है। ये जगह नर्मदा की खुली घाटियों तक फैली हुई है और इसका वन क्षेत्र सतपुड़ा की निचली ढलानों पर स्थित है। यहां मौजूद राजभवन की कला अपने आप में बहुत ही विशिष्ट है। ऐसा कहा जाता है कि राजगोंड परिवार यहां का राजघराना है।
कुकरू खामला
यह खूबसूरत जगह बैतूल के भैंसदेही तहसील के अंतर्गत पढ़ने वाली सतपुड़ा पर्वतमाला में है। कुकरु खामला बैतूल जिले की सबसे ऊंची चोटी है। बता दें कि सतपुड़ा पर्वत का एक बड़ा हिस्सा बैतूल जिले में मौजूद है और इसीलिए इस जगह को सतपुड़ा की रानी के नाम से भी जाना जाता है। यहां के पर्वत और जंगल के इलाके में कोरकू जनजाति का निवास है जिसे इलाके के लोग कूकरु कहकर पुकारते है।
ये जगह समुद्र तल से 1138 मीटर ऊंचाई पर स्थित है जिसके चलते यहां अक्सर तेज हवाएं चलती रहती हैं। यहां होने वाले सूर्यास्त और सूर्योदय का नजारा देखने लायक होता है। मध्य भारत का यह इकलौता स्थान है जहां पर सबसे ज्यादा बागान है। इसे मध्य प्रदेश का कुल्लू कहा जा सकता है।
जानापाव हिल्स
इंदौर के पास कई खूबसूरत जगह मौजूद है। शहर से सिर्फ 40 किलोमीटर की दूरी पर विंध्यांचल पर्वत माला की एक जगह जानापाव हिल्स मौजूद है। इसे परशुराम जन्मस्थली, जानापाव हिल्स, जानापाव कुटी अलग-अलग नामों से जाना जाता है। इस जगह पर मौजूद सबसे ऊंची चोटी भगवान परशुराम की जन्मस्थली और उनके पिता की तपोभूमि है, जिसे देखने के लिए दूर-दूर से लोग पहुंचते हैं।
जानापाव हिल्स की खासियत यह है कि इस पहाड़ी से साढ़े सात नदियां निकलती है जिनमें से कुछ का संगम नर्मदा और यमुना से होता है। इस पहाड़ी पर जब आप ऊपर तक पहुंच जाते हैं तो बादलों के सिवाय कुछ नजर नहीं आता। बरसात के मौसम में तो यहां का नजारा बेहतरीन होता है।
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Diksha Bhanupriy
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