बालों के वरदान है लौकी, घर पर आसानी से बनाएं इससे हेयर मास्क, इन 3 चीजों की पड़ेगी जरूरत

Manisha Kumari Pandey
Published on -

Bottle Gourd Hair Mask: भागदौड़ भरी जिंदगी में बालों का ख्याल रखना थोड़ा मुश्किल हो जाता है। आजकल बालों से संबंधित समस्याएं आम बात बन चुकी है। मार्केट में विभिन्न प्रकार के प्रोडक्ट्स उपलब्ध होते हैं, लेकिन जरूर नहीं कि ये करगार साबित हो। ध्यान न रखने पर हेयर फॉल के साथ-साथ बालों की शाइन भी खत्म होने लगती है। यदि बालों से छुटकारा दिलाने में लौकी आपकी मदद कर सकता है।

हेयर मास्क बनाने मात्र 3 चीजों की पड़ेगी जरूरत

लौकी में कई पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो न केवल सेहत के लिए बल्कि बालों के लिए बेहद लाभकारी माने जटें। इसके इस्तेमाल से बालों से जुड़ी कई समस्याएं खत्म हो सकती हैं। आप अलग-अलग तरीकों से इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। लौकी का हेयर मास्क आसानी से घर पर बनाया जा सकता है। इसके लिए आपको मात्र तीन चीजों की जरूरत पड़ेगी, जिसमें लौकी का पेस्ट, दही और सेब का शिरका शामिल है। ध्यान रहे यदि अप इस हेयर मास्क का इस्तेमाल करने जा रहे हैं तो एक दिन शैंपू से बाल जरूर धो लें।

हेयर मास्क बनाने की विधि

  • सबसे पहले लौकी का छिलका निकाल लें और इसे पीसकर बारीक पेस्ट बना लें।
  • अब इस पेस्ट को एक कटोरे में डालें और एक चम्मच सेब का सिरका मिला दें।
  • चार चम्मच दही डालें और एक गाढ़ा पेस्ट तैयार कर लें।
  • अब बालों कॉ दो हिस्सों में बांटे और हेयर मास्क को लगाएं।
  • इस हेयर मास्क को सकैल्प के टिप तक लगाएं।
  • 30 से 40 मिनट तक लौकी के हेयर मास्क को बालों पर लगाकर छोड़ दे।
  • जब यह सूख जाए तब बालों को केवल पानी से धो लें।

(Disclaimer: इस आलेख का उद्देश्य केवल जानकारी साझा करना है। MP Breaking News इन बातों की पुष्टि नहीं करता। विशेषज्ञों की सलाह जरूर लें।)


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है।अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News