Interesting Table Manners Around the World : हाथ धोकर भोजन करना चाहिए, खाते समय मुँह से आवाज़ नहीं आनी चाहिए, मुँह खोलकर खाना न खाएं, थाली में खाना जूठा न छूटे, दाहिने हाथ से खाया जाए..ऐसी कई बातें हैं जो हम बचपन से सुनते आ रहे हैं। इन्हें भोजन का शिष्टाचार या टेबल मैनर्स कहते हैं। दुनियाभर में भोजन के साथ कई तरह के नियम बताए गए हैं और उनके पीछे वहां की धार्मिक और सामाजिक मान्यताएं हैं।
हम सब जीवित रहने के लिए हवा और पानी के साथ भोजन पर भी निर्भर है। इसी बात से भोजन का महत्व समझ सकते हैं और यही कारण है कि भोजन को लेकर अलग अलग नियम भी बनाए गए हैं। ये इसलिए भी है कि खाने के दौरान सही व्यवहार से आप दूसरों को असहज नहीं करते और एक अच्छा वातावरण बना रहता है। खाने के शिष्टाचार यह भी दर्शाते हैं कि व्यक्ति सुसंस्कृत और शिक्षित है।
भोजन के शिष्टाचार
भारतीय परंपरा में भोजन को ईश्वर का स्थान दिया गया है। इसीलिए कहा जाता है कि ‘अन्न देवता’ कहा जाता है। भोजन को भगवान का आशीर्वाद माना जाता है और इसे सम्मानपूर्वक खाना जरूरी है। इसीलिए हर देश और संस्कृति के अपने-अपने भोजन के नियम होते हैं। इनका पालन करना उनकी परंपराओं का सम्मान करने का तरीका है। शिष्टाचार के नियम स्वच्छता बनाए रखने में भी मदद करते हैं।
दुनियाभर के दिलचस्प Table Manners
दुनियाभर में खाने से जुड़े कई रोचक और मजेदार परंपराएं और नियम हैं। ये शिष्टाचार विभिन्न संस्कृतियों, उनके इतिहास और जीवनशैली को दर्शाते हैं। आज हम ऐसे ही कुछ दिलचस्प टेबल मैनर्स के बारे में जानेंगे।
1. चीन : यहां चॉपस्टिक से इशारा करना अशिष्ट माना जाता है। चीन में चॉपस्टिक को सीधा खड़ा नहीं रखते। चॉपस्टिक को कटोरे में सीधा खड़ा रखने को किसी की मृत्यु के प्रतीक से जोड़ा जाता है।
2. जापान : हमारे यहां कहा जाता है कि खाते समय मुँह से आवाज़ न हो, कुछ पीते समय ‘सुड़कने’ की आवाज़ करना भी अच्छा नहीं माना जाता। लेकिन जापान में सूप पीते समय आवाज़ करना सामान्य बात है। यहां सूप पीते समय “स्लर्पिंग” की आवाज़ करना न सिर्फ स्वीकार्य है, बल्कि यह इस बात को भी दर्शाता है कि आप भोजन का आनंद ले रहे हैं। इसके अलावा, जापानी रेस्टोरेंट में टिप देना अशिष्टता माना जाता है क्योंकि इसे वहां एक सम्मानजनक सेवा माना जाता है।
3. फ्रांस : फ्रांस में रोटी को चाकू से काटने के बजाय हाथों से तोड़ना उचित समझा जाता है। यहां मेज़बान के प्रति सम्मान दिखाने के लिए अपनी प्लेट को खत्म करना महत्वपूर्ण है।
4. जर्मनी : यहाँ चाकू और कांटे का सही और सटीक उपयोग करना परवरिश का परिचायक माना जाता है। जर्मनी में भोजन शुरू करने से पहले, “प्रोस्त” कहकर (cheers) ड्रिंक करना शिष्टाचार है।
5. इटली : अगर आप कॉफी के शौकीन है तो ये बात आपको ध्यान में रखनी होगी। इटली में कभी भी खाने के साथ कैपुचीनो न लें।यहां कैपुचिनो को सुबह के समय पीने का नियम है। खाने के साथ इसे पीना गलत माना जाता है। वहीं, पास्ता को काटने के बजाय उसे कांटे से घुमाकर खाना बेहतर माना जाता है।
6. थाईलैंड : यहां कांटे का इस्तेमाल मुंह में भोजन डालने के लिए नहीं किया जाता, बल्कि इसे सिर्फ खाने को चम्मच पर रखने के लिए उपयोग किया जाता है। थाईलैंड में चावल की प्लेट उठाकर खाना अशिष्ट माना जाता है।
7. रूस : यहां ब्रेड को चाकू से काटने के बजाय हाथों से तोड़कर खाना उचित माना जाता है। रूस में चाय में नींबू डालकर पीने का प्रचलन है और ये वहां की संस्कृति का हिस्सा है।
8. दक्षिण कोरिया : यहां सबसे बड़े उम्र वाले व्यक्ति के खाने शुरू करने के बाद ही अन्य लोग खाना शुरू करते हैं। दक्षिण कोरिया में एक हाथ से कटोरी पकड़ना अशिष्टता है। यहां खाने के दौरान कटोरी या बर्तन को दोनों हाथों से पकड़ना आदर्श माना जाता है।
9. एथियोपिया : यहां लोग एक ही बड़ी प्लेट से अपने हाथों से खाना खाते हैं। एथियोपिया में रोटी से खाना उठाया जाता है। यहां “इंजेरा” नामक रोटी का उपयोग भोजन उठाने के लिए किया जाता है। कांटे और चम्मच का उपयोग कम होता है।
10. फिलीपींस : पारंपरिक भोजन में लोग हाथों से खाना खाते हैं, जिसे “कामायान” कहा जाता है। इसमें रोटी, चावल और अन्य व्यंजन को हाथ से उठाकर खाया जाता है। इसे अनौपचारिक और पारिवारिक खाने का तरीका माना जाता है। अगर आप अपनी प्लेट पूरी तरह से खाली कर देते हैं, तो इसे यह संकेत माना जा सकता है कि आप अभी भी भूखे हैं। इसलिए थोड़ा खाना छोड़ना बेहतर माना जाता है।
(डिस्क्लेमर : ये लेख विभिन्न स्त्रोतों से प्राप्त जानकारियों पर आधारित है। हम इसकी पुष्टि नहीं करते हैं।)